Thursday, 22nd May 2025

फायरिंग रेंज बंद होने से परेशान, हॉक फोर्स को मिलेगी जंगल ट्रेनिंग

Wed, Oct 25, 2017 6:54 PM

रवीन्द्र कैलासिया, भोपाल। प्रदेश में विपरीत परिस्थितियों पर काबू करने के लिए बनी हॉक फोर्स अब स्थाई रूप से अपनी जगह पर ट्रेनिंग कर सकेगी। जल्द ही इसे 200 एकड़ जमीन वाला कैंपस मिलने वाला है। वन क्षेत्र से लगे इस कैंपस हॉक फोर्स को जंगल ट्रेनिंग भी आसानी से मिल सकेगी और फायरिंग रेंज के लिए यहां-वहां नहीं भटकना पड़ेगा। अभी बिना फायरिंग रेंज के अस्थायी तौर पर 14 एकड़ क्षेत्र में इनकी ट्रेनिंग चल रही है।

मध्यप्रदेश पुलिस में जिला या विशेष सशस्‍त्र बल से हटकर हॉक फोर्स है, जिसका इस्तेमाल विपरीत परिस्थितियों में किया जाता है। प्रदेश में अभी हॉक फोर्स के 14 समूह हैं, जिनमें से कम से कम दो समूह हमेशा ट्रेनिंग पर रहते हैं। इनकी ट्रेनिंग भोपाल स्थित 25वीं वाहिनी के 14 एकड़ क्षेत्र में होती है, लेकिन यहां से सटे वन विहार के कारण फायरिंग रेंज को बंद कर दिया गया है। इससे हॉक फोर्स की फायरिंग प्रेक्टिस नहीं हो पा रही है।

सूत्रों के मुताबिक भोपाल में केंद्रीय मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरएंडडी) के सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग (सीएपीटी) कैंपस को दी गई जमीन में से आधी पर हॉक फोर्स को ट्रेनिंग की सैद्धांतिक रूप से सहमति बन गई है। राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर कोकता के पास कानासैया में सीएपीटी को 401 एकड़ जमीन दी गई है, जिसमें सीधी भर्ती वाले राज्यों की पुलिस सेवा के डीएसपी तथा केंद्रीय पुलिस बलों के डीएसपी को आधार व सेवा के दौरान की ट्रेनिंग दी जाती है।

अभी सीएपीटी को आवंटित जमीन में से करीब आधी जमीन बिना उपयोग के है, जिसे बीपीआरएंडडी से मप्र पुलिस ने हॉक फोर्स के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के लिए मांगा गया है। चर्चा में यह कोशिश की जा रही है कि सीएपीटी आधी जमीन हॉक फोर्स को दे दे और नहीं तो उन्हें वहीं ट्रेनिंग की व्यवस्था हो जाए।

क्या होगी सहूलियत 

हॉक फोर्स की ट्रेनिंग में अभी कई गतिविधियां सीमित स्थान के कारण अच्छे से संचालित नहीं हो पा रही हैं। करीब सवा किलोमीटर के बाधाओं वाले ट्रैक विकसित कर जवानों को बेहतर ढंग से ट्रेनिंग दी जा सकेगी। आसपास वन क्षेत्र लगा होने से जवानों को जंगल ट्रेनिंग के साथ फायरिंग रेंज विकसित कर हथियारों की ज्यादा से ज्यादा ट्रेनिंग दी जा सकेगी। बड़े आकार का पीटी ग्राउंड और खेल मैदान भी हॉक फोर्स के जवानों को मिल जाएगा।

सीएपीटी में हॉक फोर्स को ट्रेनिंग

बीपीआरएंडडी के सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में काफी जगह है। इसमें से आधी जमीन हॉक फोर्स की ट्रेनिंग के लिए मांगी जा रही है। इसके लिए बातचीत अंतिम दौर में है। हॉक फोर्स की ट्रेनिंग जल्द ही वहां होने लगेगी। - ऋषि कुमार शुक्ला, डीजीपी

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery