टोक्यो। जापान के आम चुनाव में मौजूदा प्रधानमंत्री शिंजो आबे की तूफानी जीत तय मानी जा रही है। तूफान लैन के प्रभाव से चल रही तेज हवा और बारिश की परवाह न करते हुए लाखों लोगों ने रविवार को मतदान में हिस्सा लिया।
आबे ने विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए नया जनादेश पाने को तय समय से एक साल पहले चुनाव कराया।
टीबीएस टीवी चैनल के एग्जिट पोल के मुताबिक आबे की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेतृत्व वाला गठबंधन दो-तिहाई बहुमत बरकरार रखेगा। 465 सीटों वाली निचले सदन में गठबंधन को 311 सीटें मिलने की संभावना है।
विश्लेषकों का मानना है सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन करने वाले मतदाता आबे को जापान के सबसे लंबे कार्यकाल वाला प्रधानमंत्री बनाने के रूप में देखना चाहते हैं। दो-तिहाई बहुमत मिलने से आबे संविधान में संशोधन का प्रस्ताव रख सकेंगे। इससे संविधान में युद्ध की बंदिश और सेना की आत्मरक्षा की भूमिका को खत्म किया जा सकेगा।
जापान में सुबह सात बजे (स्थानीय समय के अनुसार) मतदान शुरू हुआ और रात आठ बजे तक चला। पश्चिमी जापान के कोचि में भूस्खलन की वजह से 20 मिनट देरी से मतदान शुरू हुआ। तूफान के मार्ग में पड़ने वाले दक्षिणी द्वीप पर एक दिन पहले ही शनिवार को लोगों ने मतदान किया।
भारत के साथ और मजबूत होंगे संबंध-
शिंजो आबे भारत के साथ संबंधों को तरजीह देते हैं। उनके कार्यकाल में भारत और जापान के बीच संबंध मजबूत हुए हैं। उनके फिर से सत्ता में आने पर इसमें और मजबूती आएगी।
जापान आर्थिक और परमाणु क्षेत्र में भारत का प्रमुख सहयोगी है। उसके सहयोग से भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना शुरू की गई है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आबे ने इस परियोजना की नींव रखी थी।
एक नजर में जापान चुनाव-
- जापान में यह 48वां आम चुनाव है।
- द्विसदनीय जापानी संसद (डायट) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चार साल पर चुनाव होता है।
- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की कुल संख्या 465 है और बहुमत का आंकड़ा 233 है।
- पार्टी ऑफ होप, इसकी नेता टोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके। वह चुनाव नहीं लड़ रहीं।
- 2014 के आम चुनाव में आबे के गठबंधन को 326 सीटें मिली थीं।
Comment Now