अवैध डोडाचूरा की तस्करी, अफीम की महक न आए इसलिए गमलों में डाल दिया था इत्र
Sun, Oct 22, 2017 4:18 PM
भोपाल .मंदसौर के निंबाखेड़ा में तीन साल पहले गैंगवार कर दोहरे हत्याकांड का फरार आरोपी राजधानी से सटे ईंटखेड़ी में डोडाचूरा की अवैध तस्करी कर रहा था। ईटखेड़ी पुलिस ने उसके कारखाने पर छापा मारकर करीब पौने चार करोड़ रुपए का 176 क्विंटल डोडाचूरा जब्त किया है। बोरियों में भरे डोडाचूरा की महक आस-पास न फैले, इसलिए गमलों में इत्र डाल दिया था। पुलिस ने उसके पिता, भाई और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी समेत अन्य अभी फरार हैं।
- किराए पर लिए गए इस गोदाम से मंदसौर, नीमच, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के जिलों में डोडाचूरा की तस्करी करते थे। इतनी बड़ी मात्रा में डोडाचूरा जब्त करने की प्रदेश में संभवत: ये पहली कार्रवाई है।
- लांबाखेड़ा बायपास स्थित इस्लाम नगर में पुलिस फार्म हाउस और किराएदारों की चैकिंग कर रही थी। बीती 18 अक्टूबर को पता चला कि ग्राम परेवाखेड़ा पर जैन गोडाउन को मंदसौर निवासी रईस कुरैशी ने छह सितंबर को किराए पर लिया था।
- गोदाम मालिक राजेश जैन से उसने यहां मुर्गीदाना बनाने की बात कही थी। एसपी नॉर्थ हेमंत चौहान के मुताबिक शक हुआ तो ईंटखेड़ी पुलिस ने उक्त गोदाम पर दबिश दी। यहां 593 बोरियों में करीब 176 क्विंटल डोडाचूरा रखा मिला।
- गोदाम में कई गमले रखे थे, जिनमें सुगंधित इत्र डला हुआ था। ऐसा इसलिए ताकि अफीम से बने डोडाचूरा की गंध आस-पास न फैले। अवैध मादक पदार्थ होने के कारण पुलिस ने कारखाने में मौजूद बाबू खान, रईस खां और शांतिलाल बंजारा को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यहां से करीब तीन करोड़ 51 लाख रुपए का डोडाचूरा, एक फॉर्च्यूनर कार और 25 हजार रुपए नकद जब्त किए हैं।
पुलिस हिरासत से भाग चुका है बाबू बिल्लौद
- एएसपी समीर यादव के मुताबिक 51 साल के बाबू खान के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत चार केस दर्ज हो चुके हैं। उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, बलवा, आर्म्स एक्ट के अपराध भी हैं। एक बार वह पुलिस हिरासत से भी भाग चुका है।
- वह मूलत: ग्राम बिल्लौद, नाहरगढ़ का रहने वाला है, इसलिए उसे बाबू बिल्लौद के नाम से भी जाना जाता है। उसके बेटे रईस के खिलाफ भी हत्या के दो और हत्या की कोशिश का केस भी दर्ज है।
राजधानी में बैठकर चार राज्यों में तस्करी
- मंदसौर के निंबाखेड़ा में वर्ष 2014 में दोहरे हत्याकांड का फरार आरोपी अब्दुल उर्फ वसीम कुरैशी इन दिनों भोपाल में फरारी काट रहा था। वसीम अपने पिता बाबू के साथ मिलकर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मप्र के नीमच व मंदसौर जिले में डोडाचूरा की तस्करी कर रहे थे।
- उस पर तीस हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। पुलिस को इस मामले में वसीम समेत रमेश विश्वकर्मा की तलाश है। टीम द्वारा जब्त की गई फॉर्च्यूनर कार रमेश के नाम से रजिस्टर्ड बताई जा रही है।
सितंबर में किराए पर लिया था फार्म हाउस
- ये फार्म हाउस डीआईजी बंगला निवासी राजेश जैन का है। बीती छह सितंबर को उनका रईस से कांट्रैक्ट हुआ था। रईस ने बताया था कि यहां मुर्गी दाना बनाएंगे। छह महीने के लिए किराए से लिए गए इस फार्म हाउस के एवज में रईस ने राजेश को तीन लाख रुपए एडवांस दे दिए थे।
- मासिक किराया 1.55 लाख रुपए तय हुआ था। एसपी के मुताबिक इस मामले में राजेश से भी पूछताछ होगी। उन्होंने किराएदार रखने की जानकारी भी पुलिस को नहीं दी थी।
अंतरराज्यीय गैंग पर थी एटीएस की भी नजर
- पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस अंतरराज्यीय गैंग पर एटीएस भी नजर रखे थी। पता चला है कि बाबू खान ने अपने एक करीबी के जरिए मछली कारोबार में भी हाथ आजमा लिया था। इसमें बड़ी बोली लगी तो जांच एजेंसियां इनकी इनकम तलाशने में जुट गई थीं।
- सूत्रों का दावा है कि एटीएस की टीम ने ईटखेड़ी थाने पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ भी की है। शनिवार दोपहर एसपी नॉर्थ द्वारा ली जा रही प्रेस कांफ्रेंस में भी टीम के कुछ सदस्य मौजूद थे।
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