मोदी PAK के साथ शांति तो चाहते हैं, लेकिन सुरक्षा की कीमत पर नहीं: US
Sat, Oct 21, 2017 8:08 PM
वॉशिंगटन. अमेरिका ने कहा है कि नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के साथ शांति तो चाहते हैं, लेकिन भारत की सुरक्षा की कीमत पर नहीं। यूएस के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने यह कहा है। टिलरसन ने ये भी कहा है कि इस्लामाबाद के हित में है कि वह नई दिल्ली के साथ कॉमर्शियल संबंधों को फिर से बहाल करने के लिए भरोसा कायम करे। इसी तरह दोनों देश खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक अमेरिका के विदेश मंत्री टिलरसन ने शुक्रवार को कहा, "हम चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान बात करें। हमारा मानना है कि भरोसा कायम करने के लिए उनमें बातचीत होना बेहद अहम है, क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए यह जरूरी है, हमें मालुम है कि इसी तरह दोनों देश खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।"
- टिलरसन का यह बयान उनके अगले हफ्ते होने वाले भारत और पाकिस्तान दौरे से पहले आया है। टिलरसन ने साउथ एशिया को लेकर अमेरिकी पॉलिसी पर एक सवाल के जवाब में यह कमेंट किया। टिलरसन ने पूछा गया था कि भारत इस क्षेत्र, खासकर पाकिस्तान के साथ संबंधों में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए क्या कर सकता है।
बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं
- टिलरसन ने कहा, "भारत की पॉलिसी अब यह है कि बातचीत और आतंकवाद दोनों साथ नहीं चल सकते। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह पार्लियामेंट में कहा था, तब से इसे कई बार दोहराया जा चुका है।"
- "भारत को लगातार पाकिस्तान की तरफ से धोखा मिला है। इनमें पठानकोट आतंकी हमला भी शामिल है, जिसके बाद भारत सरकार ने आतंकियों को मदद रुकने तक पाकिस्तान से बातचीत नहीं करने का फैसला किया था।"
भारत इस पर खुद लेगा फैसला
- यूएस के विदेश मंत्री ने कहा, "मेरा मानना है कि भारत इस पर अपना फैसला खुद लेगा और यही बेहतर होगा। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प पीएम मोदी, उनकी समझदारी और उनकी लीडरशिप एबिलिटी का बड़ा सम्मान करते हैं।"
- "हमें उम्मीद है कि बातचीत शुरू होगी और इसे पाकिस्तान आर्मी को राजी करने तक जारी रखा जाएगा। व्यापार शुरू होने और विश्वास बहाली के लिए ये दोनों देशों के हित में है, इससे साउथ एशिया में शांति पैदा होगी और खुशहाली भी आएगी।"
ट्रम्प ने पाक को दी थी वॉर्निंग
- इसी साल अगस्त में अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान को उसके दोहरे रवैये पर चेतावनी दी थी। ट्रम्प ने कहा था, "अफगानिस्तान में हमारे प्रयासों से जुड़कर पाकिस्तान को बहुत फायदा हुआ है, लिहाजा आतंकियों को खत्म करने में वह हमारी मदद जारी रखे। अब वक्त आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान अपना कमिटमेंट दिखाए।"
- साउथ एशिया को लेकर यूएस की रणनीति पर ट्रम्प ने कहा था, "डर इसलिए भी है कि पाकिस्तान और भारत दोनों के पास परमाणु हथियार हैं। इनके तनाव भरे संबंध जंग में भी बदल सकते हैं और ऐसा वास्तव में हो सकता है।"
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