मल्टीमीडिया डेस्क। पांच दिवसीय दिवाली के त्योहार की तैयारियां जोरों पर हैं। दिवाली से पहले ही घरों में दिए जलाकर रखे जाएंगे। और दिवाली वाले दिन तो पूरे घर में ही मिट्टी के कच्चे दिए रखने की परंपरा है। हालांकि, आज कई घरों में बिजली की झालरों को सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। फिर भी कम से कम 11 दिए तो जलाए ही जाते हैं।
इसके अलावा पूजा के लिए भी दीपक जलाया जाता है। वास्तुशास्त्र में दीपक जलाने व उसे रखने के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दीपक की लौ किस दिशा में रखनी चाहिए और उससे क्या लाभ मिलेगा। इसके साथ ही दीपक को जलाने से पहले कौन का मंत्र पढ़ना चाहिए।
पूर्व दिशा - दीपक की लौ पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि होती है।
पश्चिम दिशा - दीपक की लौ पश्चिम दिशा की ओर रखने से दु:ख बढ़ता है।
उत्तर दिशा - दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखने से धनलाभ होता है।
दक्षिण दिशा- दीपक की लौ दक्षिण दिशा की ओर रखने से हानि होती है। यह हानि किसी व्यक्ति या धन के रूप में भी हो सकती है।
किसी शुभ कार्य से पहले दीपक जलाते समय इस मंत्र का जप करने से शीघ्र ही सफलता मिलती है
दीपज्योति: परब्रह्म:
दीपज्योति: जनार्दन:
दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नमोस्तुते...
शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखं सम्पदां
शत्रुवृद्धि विनाशं च दीपज्योति: नमोस्तुति...।
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