Thursday, 22nd May 2025

Nkorea से सीधे कॉन्टैक्ट में है अमेरिका, तानाशाह उन से चर्चा की जताई मंशा

Sun, Oct 1, 2017 8:27 PM

नॉर्थ कोरिया की घेराबंदी करने के मकसद से ट्रम्प 3 से 14 नवंबर तक एशियाई देशों के दौरे पर रहेंगे।

 

बीजिंग. अमेरिका ने कहा है कि वह एटमी और मिसाइल प्रोग्राम को लेकर नॉर्थ कोरिया से सीधे कॉन्टैक्ट में है। वह तानाशाह किम जोंग उन चर्चा करना चाहता है। चीन दौरे पर गए अमेरिकी विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन शनिवार को पहली बार ये बात कही। हालांकि नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने किसी भी तरह की बातचीत की इच्छा नहीं जताई है। क्या आप बात करना चाहेंगे...
 
 

- न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, टिलरसन ने बीजिंग में रिपोर्टर्स के साथ बातचीत में कहा, "हम नॉर्थ कोरिया से पूछना चाहते है- क्या वे हमारे साथ बातचीत करने को तैयार हैं? हम उनसे डाइरेक्ट कम्युनिकेशन के लिए तैयार हैं। हम उन्हें अंधेरे में नहीं रखना चाहते। इसके लिए अमेरिका के 2 से 3 चैनल खुले हुए हैं।"
- टिलरसरन ने ये भी कहा, "हमें नॉर्थ कोरिया से बात करनी चाहिए। इसमें ये जरूरी नहीं है कि बातचीत में कितने अमेरिकी अफसर इनवॉल्व रहेंगे और वे कितने सहज होकर इसे अंजाम दे पाते है।"
 
नॉर्थ कोरिया से नहीं मिले कोई संकेत
- अमेरिका विदेश विभाग के स्पोक्सपर्सन ने कहा कि फिलहाल नॉर्थ कोरियाई अफसरों ने एटमी प्रोग्राम पर बात करने का कोई संकेत नहीं दिया है।
- टिलरसन ने कहा, "मुझे लगता है कि मामला कुछ ज्यादा ही गर्म हो गया है। सभी पक्षों को इसे सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए।"
- "अगर नॉर्थ कोरिया मिसाइल दागना बंद करता है तो मामला काफी कुछ सुलझ जाएगा।"
 
NKorea ने तैनात की मिसाइलें
- साउथ कोरिया के कोरियन ब्रॉडकॉस्टिंग सिस्टम (KBS) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि नॉर्थ कोरिया ने हाल ही में अपनी कई मिसाइलों को रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर से हटाकर राजधानी प्योंगयांग में तैनात किया है। 
- ऐसी अटकलें है कि नॉर्थ कोरिया अब ज्यादा भड़काऊ कार्रवाई कर सकता है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 सितंबर को ट्वीट कर कहा था, "नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो अगर लिटिल रॉकेट मैन (किम जोंग-उन को ट्रम्प रॉकेट मैन कह चुके हैं) बनना चाहते हैं, तो दोनों ज्यादा दिन के मेहमान नहीं हैं।"
- रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया की ये मिसाइलें या तो इंटरमिडिएट रेंज वाली ह्वासॉन्ग-12 या इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें ह्वासॉन्ग-14 हो सकती हैं। सनम-डॉन्ग का मिसाइल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फैसिलिटी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों को डेडिकेटेड है। ऐसे में इसके बैलिस्टिक मिसाइलें ह्वासॉन्ग-14 होने के ज्यादा चांस हैं। 
- बता दें कि नॉर्थ कोरिया की घेराबंदी करने के मकसद से ट्रम्प अपने पहले एशिया दौरे पर भी निकलने वाले हैं। ट्रम्प 3 से 14 नवंबर तक 5 एशियाई देशों- जापान, साउथ कोरिया, चीन, वियतनाम और फिलीपींस के दौरे पर रहेंगे।
 
क्यों बढ़ा नॉर्थ कोरिया से तनाव?
- 3 सितंबर को नॉर्थ कोरिया ने हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया।
- 15 सितंबर को नॉर्थ ने जापान के ऊपर से इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज बैलिस्टिक मिसाइल दागी।
- इसके बाद अमेरिका ने 2 बार कोरियाई पेनिनसुला के ऊपर से फाइटर प्लेन्स और बॉम्बर्स उड़ाए।

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