Thursday, 22nd May 2025

जेटली ने सिन्हा पर साधा निशाना, 80 की उम्र में जॉब एप्लीकेंट करार दिया

Fri, Sep 29, 2017 7:03 PM

नई दिल्ली.दो दिन की खामोशी के बाद अरुण जेटली ने अपनी आलोचना कर रहे पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर यशवंत सिन्हा को इशारों में जवाब दिया। गुरुवार शाम एक प्रोग्राम के दौरान जेटली ने कहा कि जो 80 साल की उम्र में अब जॉब एप्लीकेंट बन रहे हैं। वो अब अपना रिकॉर्ड चैक कर लें। हालांकि, जेटली ने साफ तौर पर सिन्हा का नाम नहीं लिया। बता दें कि यशवंत सिन्हा (79) ने बुधवार को एक आर्टिकल में नरेंद्र मोदी सरकार की इकोनॉमिक पॉलिसीज को क्रिटिसाइज करते हुए जेटली पर भी तंज कसे थे। गुरुवार को मीडिया से बातचीत में भी सिन्हा का ये सिलसिला जारी रहा था। जेटली ने और क्या कहा...
 
 
- जेटली ने मोदी सरकार की पॉलिसीज का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सरकार धीरे-धीरे इकोनॉमी में बदलाव ला रही है। सरकार करप्शन, ब्लैकमनी और इकोनॉमी को ट्रैक पर लाने के लिए कई कदम उठा रही है। नोटबंदी फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि इकोनॉमिक सिस्टम को क्लीन करना कोई छोटा स्टेप या एचीवमेंट नहीं है।
- "शुरुआत में मेरी आलोचना इसलिए हुई क्योंकि मैंने बदलाव में जल्दी की। मैंने नोटबंदी के फौरन बाद जल्दबाजी में जीएसटी लागू कर दिया। लोगों ने इस पर सवाल उठाए। हमें विरासत में महंगाई दर 9 से 10% के पास मिली थी जो अब 3.6% तक आ चुकी है।"
- उन्होंने चिदंबरम और सिन्हा के एक दूसरे के बारे में कुछ बयानों का जिक्र भी किया। कहा कि उन्हें संसद में पहली बार बोलने पर लालकृष्ण आडवाणी ने सीख दी थी कि मुद्दों पर बोलना चाहिए, व्यक्ति पर नहीं। पर आज ऐसे समय जब भारत 70 साल पूरे कर रहा है और मोदी सरकार के साढ़े तीन साल पूरे हो रहे हैं। कोई अस्सी की उम्र में पोस्ट की तलाश में है।
 
वो वक्त ना भूलें...
- जेटली ने कहा- यूपीए-2 के दौरान नीतियों का क्या हाल था? क्या हम भूल गए? 15 फीसदी एनपीए था 1998 से 2002 के दौरान। क्या हम ये भी भूल जाएं कि 1991 में हमारे पास सिर्फ 4 बिलियन डॉलर फॉरेन रिजर्व बचा था। जेटली जिस वक्त का जिक्र कर रहे थे, उस दौरान सिन्हा फाइनेंस मिनिस्टर थे। 
- फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा- एक जैसी भाषा बोलने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि फैक्ट्स बदल जाएंगे। एक बार फिर सिन्हा पर तंज कसते हुए जेटली ने कहा- जिस किताब को अभी लॉन्च किया गया है उसका टाईटल India @70, Modi @3.5 and a job applicant @ 80 होना चाहिए था। दअसल, जिस किताब को जेटली ने लॉन्च किया उसका टाईटल India @70 Modi @3.5 है।
 
 
क्या है मामला?
 
यशवंत सिन्हा ने कहा था- मोदी सरकार नोटबंदी का नतीजा जाने बिना GST ले आई
- यशवंत सिन्हा ने गुरुवार को कहा था- "सरकार नोटबंदी का नतीजा जाने बिना जीएसटी ले आई।" सिन्हा ने डिजिटल इंडिया कैम्पेन पर भी सवाल उठाया। कहा, "एक झटके में पूरा भारत कैशलेस नहीं हो सकता। नोटबंदी का नतीजा जाने बिना जीएसटी ले आए। इसे लागू करने का वक्त सही नहीं था। सरकार खुद कह रही है कि एक झटका लगेगा। मतलब सरकार झटका देती रहेगी।"
- "मैं जीएसटी के सपोर्ट में था। सरकार इस पर जुलाई से अमल को लेकर जल्दबाजी में थी। अब जीएसटी फेल हो गया।"
 
यशवंत को बेटे जयंत ने दिया जवाब, कहा - जीएसटी और नोटबंदी गेम चेंजर
- केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने गुरुवार को एक आर्टिकल में लिखा- "जीएसटी, नोटबंदी और डिजिटल पेमेंट जैसी पॉलिसीज इकोनॉमी के लिए गेम चेंजर साबित हुई हैं। बीते एक या दो क्वार्टर में जो जीडीपी ग्रोथ दिखाई गई है, वो आने वाले दिनों में पड़ने वाले असर को ठीक से नहीं दिखाती। स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स न्यू इंडिया के लिए जरूरी हैं। इससे करोड़ों लोगों को नौकरियां मिलेंगी। नई इकोनॉमी ज्यादा ट्रांसपेरेंट, इनोवेटिव और दुनिया की कीमतों से टक्कर लेने वाली होगी। नई इकोनॉमी में हर शख्स को अपनी जिंदगी बेहतर बनाने का मौका मिलेगा।" 
 
शत्रुघ्न ने कहा- सिन्हा के सुझावों को ठुकराना बचपना होगा
- मोदी सरकार की पॉलिसी खासतौर पर अरुण जेटली पर हमला बोलने वाले यशवंत सिन्हा का शत्रुघ्न सिन्हा ने सपोर्ट किया है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं, जिनमें कहा गया है कि सिन्हा के सुझावों को ठुकराना बचपना होगा। वे एक एक सच्चे राजनेता हैं। सिन्हा ने देश के आर्थिक हालात का आईना दिखाया है। बिहार से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न ने लिखा है, "यशवंत सिन्हा सच्चे नेता और जांचे-परखे बुद्धिमान इंसान हैं, उन्होंने कामयाब वित्त मंत्री के तौर पर खुद को साबित किया है। उन्होंने देश के आर्थिक हालात पर आईना दिखाया है और समस्या की जड़ पर चोट की है।"
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