आतंकी के बदले कुलभूषण जाधव को देने का मिला था प्रपोजल: PAK का दावा
Thu, Sep 28, 2017 6:16 PM
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के फॉरेन मिनिस्टर ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने दावा किया है कि इंडियन नेवल ऑफिसर
कुलभूषण जाधव की अफगानिस्तान की जेल में बंद एक आतंकी से अदला-बदली का प्रस्ताव मिला था। यह आतंकी 2014 में पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए हमले के लिए जिम्मेदार है। न्यूयॉर्क में एशिया सोसाइटी में बातचीत के दौरान आसिफ ने ये बयान दिया। बता दें कि जाधव इंडियन सिटीजन हैं और उन्हें पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने जाधव पर जासूसी और देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगाया है। हालांकि आईसीजे (इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस) ने फांसी पर रोक लगा रखी है।
एनएसए के नाम का खुलासा नहीं...
- न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में एशिया सोसाइटी में अपनी स्पीच के बाद ये बयान दिया। ऑथर और जर्नलिस्ट स्टीव कॉल से बातचीत के दौरान आसिफ क्षेत्रीय शांति और विकास पर पाकिस्तान के विजन पर चर्चा कर रहे थे।
- हालांकि आसिफ ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि अफगानिस्तान की जेल में बंद उस आतंकी का नाम क्या है और उन्हें यह प्रस्ताव देने वाला एनएसए कौन है। इसलिए यह भी साफ नहीं है कि उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने यह प्रस्ताव दिया था या किसी दूसरे देश के एनएसए ने।
अफगानिस्तान की गिरफ्त में है आतंकी
- आसिफ ने कहा, "पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में बच्चों की हत्या करने वाला आतंकी अफगानिस्तान की गिरफ्त में है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने मुझसे कहा था कि हम उस आतंकी को आपके यहां कैद आतंकी (कुलभूषण जाधव) से बदल सकते हैं।"
- "स्कूल में हमले को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने अंजाम दिया था। इस संगठन की जड़ें अफगानिस्तान में हैं और यह वहीं से ऑपरेट होता है। बच्चों की हत्या करने वाला आतंकी इसी संगठन का मेंबर था।"
- बता दें कि पाकिस्तान के पेशावर में स्कूल में हुए आतंकी हमले में 132 बच्चों की मौत हो गई थी।
अफगान मसले पर हमने सबसे ज्यादा जोखिम उठाया
- आसिफ बोले, "अफगानिस्तान में संघर्ष और अस्थिरता से पाकिस्तान को बहुत नुकसान हुआ है। जब तक हालात बदल नहीं जाते, पाक बर्दाश्त करना जारी रखेगा। अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की वापसी के लिए पाक से ज्यादा जोखिम किसी ने नहीं उठाया है। अफसोस है कि वहां हालात बदतर हो रहे हैं। अफगानिस्तान मसले का कोई मिलिट्री सॉल्यूशन नहीं है। पाकिस्तान इस मसले का राजनीतिक हल निकालने के लिए सारे रास्ते अख्तियार कर चुका है।"
- आसिफ ने कहा कि हमने यह तय कर दिया है कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ नहीं किया जा सके।
पाक की क्या है स्ट्रैटजी?
- आसिफ के इस बयान को आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तानी रवैये की अमेरिका द्वारा की गई आलोचना से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
- बता दें कि यूएस प्रेसिडेंट
डोनाल्ड ट्रम्प साफतौर पर इस मसले को लेकर पाकिस्तान को वॉर्निंग दे चुके हैं। ट्रम्प ने कहा है कि पाक आतंकियों के लिए सेफ हैवेन बन चुका है, इसलिए पाक सरकार आतंकियों पर कार्रवाई करे।
- अब पाकिस्तान यह साबित करने में जुटा है कि इंडियन इंटेलीजेंस एजेंसीज अफगानिस्तान से ऑपरेट हो रहे आतंकी संगठनों को सपोर्ट कर रही हैं।
जाधव का मामला क्या है?
- पाक की मिलिट्री कोर्ट ने जाधव को जासूसी और देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है। भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था। इंडियन नेवी से रिटायरमेंट के बाद वे ईरान में बिजनेस कर रहे थे।
- हालांकि, पाक का दावा है कि जाधव को बलूचिस्तान से 3 मार्च 2016 को अरेस्ट किया गया था। पाकिस्तान ने जाधव पर बलूचिस्तान में अशांति फैलाने और जासूसी का आरोप लगाया है।
- इंटरनेशनल कोर्ट में भारत की तरफ से सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने 8 मई को पिटीशन दायर की थी। भारत ने यह मांग की थी कि भारत के पक्ष की मेरिट जांचने से पहले जाधव की फांसी पर रोक लगाई जाए। आईसीजे ने जाधव की फांसी पर रोक लगा रखी है।
Comment Now