नई दिल्ली। पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि सोमवार को देश के नए नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) बन गए। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। महर्षि पूर्व कैग शशिकांत शर्मा का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल शुक्रवार को पूरा हो गया। महर्षि के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और पीएम मोदी भी मौजूद थे।
बीते माह पूरा हुआ था गृह सचिव का कार्यकाल -
राजस्थान कैडर के 1978 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी महर्षि का दो साल का गृह सचिव का तय कार्यकाल पिछले महीने पूरा हुआ था। गृह सचिव बनने से पहले महर्षि आर्थिक मामलों के सचिव और राजस्थान के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह रसायन एवं उर्वरक विभाग तथा प्रवासी भारतीय मामलों के विभाग में भी सचिव रह चुके हैं।
तीन साल का होगा कार्यकाल -
महर्षि का कार्यकाल तीन साल का होगा। कैग की नियुक्ति छह साल या 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक की जाती है।
कैग में आने से पहले रक्षा सचिव थे शशिकांत शर्मा -
शशिकांत शर्मा ने 23 मई, 2013 को कैग का पद संभाला था और बीते शुक्रवार को उनका कार्यकाल पूरा हो गया। कैग में आने से पहले शर्मा रक्षा सचिव थे।
Comment Now