आज UN में स्पीच देंगी सुषमा, आतंकवाद के मुद्दे पर PAK को दे सकती हैं जवाब
Sat, Sep 23, 2017 6:20 PM
न्यूयॉर्क. सुषमा स्वराज शनिवार को यूएन जनरल असेंबली के 72nd सेशन में स्पीच देंगी। माना जा रहा है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को जवाब देंगी। 21 सितंबर को पाक पीएम शाहिद खाकान अब्बासी ने यूएन में अपनी स्पीच में 17 बार कश्मीर और 14 बार भारत का जिक्र किया था। ये भी कहा था कि पाकिस्तान बनने के पहले दिन से ही इसे अपने पड़ोसी से लगातार दुश्मनी का सामना करना पड़ रहा है। यूएन में पाक की फजीहत...
- सुषमा स्वराज ने यूएन में आतंकवाद से मुकाबले की जरूरत पर जोर दिया है। भारत की विदेश मंत्री ने हर फोरम पर भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान की जबर्दस्त घेराबंदी की और उसे बेहद सख्त संदेश दिया। सुषमा ने अपनी मल्टीलैटरल मीटिंग्स में साफ तौर पर कहा कि पाक आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने से बाज आए।
- इंडियन फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने गुरुवार को बताया, "तकरीबन सभी मल्टीलैटरल मीटिंग्स में आतंकवाद से मुकाबले का जिक्र किया गया। ज्यादातर प्रेस रिलीज और बयानों में आतंकवाद को साझा खतरा बताया गया। इस मुद्दे पर बेहद सख्त संदेश दिया गया।"
- "सुषमा ने BRICS, IBSA, SAARC और इंडिया-CELAC के लीडरों के साथ मल्टीलैटरल मीटिंग्स की। सभी फोरम पर पाकिस्तान की घेराबंदी की गई।"
- रवीश ने बताया, "विदेश मंत्री ने अपनी स्पीच में आतंकी संगठनों को लेकर पाक को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठनों को दूसरे देश मदद दे रहे हैं।" कुमार ने कहा कि ये असल में पाकिस्तान को बहुत सख्त संदेश है कि वह आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना बंद कर दे, जिन संगठनों को यूएन ने आतंकी संगठन माना है, उन्हें पनाह न दे।
टेररिस्तान है पाकिस्तान
- 22 सितंबर को भारत ने यूएन में कहा कि पाकिस्तान टेररिस्तान है। वह आतंकियों की इंडस्ट्री चला रहा है और उन्हें दुनियाभर में भेज रहा है। पाक को हमेशा ये ध्यान रखना चाहिए कि कश्मीर हमारा अभिन्न हिस्सा है।
- भारत की यूएन में फर्स्ट सेक्रेटरी एनम गंभीर ने कहा कि ये अपने आप ने चौंकाने वाला है कि जिस देश ने ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर जैसे आतंकियों को पनाह दी, वही देश अब खुद को विक्टिम बता रहा है। भारत ने ये पाकिस्तान को ये जवाब राइट टू रिप्लाई सेशन के तहत दिया है।
- "अपने छोटे से इतिहास में पाकिस्तान आतंकवाद का दूसरा नाम बन चुका है। पाकिस्तान की धरती विशुद्ध रूप से आतंक को ही पैदा करती है।"
- गंभीर ने कहा कि पाक में आतंकी खुलेतौर पर सड़कों पर घूमते हैं। उन्हें पूरा संरक्षण हासिल है और हमें भारत में ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन पर भाषण दिए जाते हैं।
- "जो देश पहले ही नाकाम साबित हो चुका हो, उसे दुनिया को डेमोक्रेसी और ह्यूमन राइट्स के बारे में लेक्चर देने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। पाकिस्तान जितना आतंकवाद को बढ़ावा देता है, उतना कोई और देश नहीं करता। पाकिस्तान से केवल विनाशकारी सोच को छोड़ने के लिए बात की जा सकता है। यही पूरी दुनिया के दुख का कारण है।"
यूएन में क्या बोले थे पाक पीएम?
- 21 सितंबर को शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा, "मुझे लगता है कि मूल मुद्दा कश्मीर है। सिक्युरिटी काउंसिल के डिक्लेरेशन को लागू करना एक बड़ी शुरुआत होगी, जिससे एक-दूसरे की चिंता का समाधान करने और इस इलाके और पाकिस्तान-भारत के बीच शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी। यह दोनों देशों के बीच अहम मुद्दा है।"
- अपनी स्पीच के दौरान अब्बासी ने 17 बार कश्मीर का जिक्र किया और 14 बार भारत का जिक्र किया। अब्बासी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान बनने के पहले दिन से ही इसे अपने पड़ोसी से लगातार दुश्मनी का सामना करना पड़ रहा है।
- कश्मीर मुद्दे पर बोलते हुए अब्बासी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के लोगों के संघर्ष को भारत कुचल रहा है। कश्मीर मुद्दे को न्यायसंगत, शांतिपूर्ण और तेजी से निपटाना चाहिए। जबकि भारत-पाकिस्तान से शांति वार्ता करने को तैयार नहीं है। ऐसे में यूएन को कश्मीर में एक विशेष दूत तैनात करना चाहिए।"
- अब्बासी ने कहा- "भारत यूनाइटेड नेशंस सिक्युरिटी काउंसिल के प्रस्तावों को लागू करने से इनकार करता है। जिसके मुताबिक जम्मू-कश्मीर के लोगों को जनमत संग्रह के जरिए अपने भाग्य का फैसला करने का अधिकार है। इसके बदले भारत ने कश्मीरियों के संघर्ष को कुचलने के लिए 7 लाख सैनिकों को कश्मीर में तैनात कर दिया है।"
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