दाऊद के भाई इकबाल ने जबरन वसूली में पैसे ही नहीं, फ्लैट भी लिए: पुलिस
Tue, Sep 19, 2017 7:12 PM
मुंबई. दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने मुंबई, ठाणे और वाशी के बिल्डर और ज्वैलर्स से सिर्फ जबरन पैसे ही नहीं वसूले, बल्कि एक बिल्डर से 3 फ्लैट भी लिए। यह खुलासा ठाणे की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को किया। बता दें कि इकबाल को ठाणे क्राइम ब्रांच ने सोमवार देर रात उसकी बहन हसीना पारकर के घर से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि हम बॉलीवुड कनेक्शन की भी जांच कर रहे हैं। दाऊद गैंग की एक्टिविटीज की खबर मिल रही थीं...
- ठाणे क्राइम ब्रांच के सीपी परमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया- "हमें कुछ दिनों से दाऊद गैंग की एक्टिविटीज की खबर मिल रही थीं। हमें उन लोगों का पता लगा कि जिन्हें धमकी दी गई थी। इसमें पहले दो आरोपियों का पता लगा था।"
- "इसके बाद जबरन वसूली ( Extortion) मामले इकबाल कासकर का नाम सामने आया। वो दाऊद इब्राहिम का भाई है। कल रात साढ़े नौ बजे अरेस्ट किया। वह अपनी बहन हसीना पारकर के घर पर था। हसीना के एक देवर को भी अरेस्ट किया गया है। अब तक हमने इस मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया।
- "एक्सटॉर्शन का पैसा बॉलीवुड में लगा था या नहीं, ये फिलहाल जांच का हिस्सा है। हम जानते हैं कि एक्सटॉर्शन का पैसा फिल्मों में लगता रहा है। लिहाजा इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।"
एक आरोपी रह रहा है जबरन वसूले फ्लैट में
- परमबीर सिंह ने बताया- "हमारे पास सबूत हैं कि केवल पैसा ही नहीं, वसूली के रूप में फ्लैट भी लिए गए। इनमें से एक में एक आरोपी रह रहा है। एक्सटॉर्शन का गैंग दाऊद इब्राहीम चला रहा था। इसमें दाऊद का डायरेक्ट या इनडायरेक्ट कनेक्शन है या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी।
10 लोगों से जबरन वसूली कोई कोशिश
- परमबीर सिंह ने बताया- "10 नाम मिले हैं, जिनके पास से एक्सटॉर्शन किया गया या किया जा रहा था। इसके चलते कुछ बिल्डर्स तो मुंबई छोड़कर ही चले गए। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आता है तो एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट की भी मदद लेंगे। कॉर्पोरेटर लेवल के कुछ नेताओं का नाम भी सामने आया है। जो धमकियां दी गईं, वो दाऊद के गैंग के नाम से दी गईं। इकबाल खुद भी वसूली के लिए फोन करता था।"
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है इकबाल
- इकबाल को 3 फरवरी 2015 को भी मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब उस पर मो. सलीम शेख नाम के रियल एस्टेट एजेंट ने तीन लाख रुपए मांगने और पिटाई करने का आरोप लगाया था। इकबाल को 2003 में दुबई से प्रत्यर्पण (Extradition) करके लाया गया था। आने के बाद उस पर सारा सहारा मामले में केस चला, लेकिन सबूत की कमी की वजह से वह बरी हो गया था।
इकबाल को 2 बिल्डिंग से कब्जा छोड़ने को कहा गया था
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में इकबाल को मुंबई में 2 जर्जर बिल्डिंग खाली करने का ऑर्डर दिया गया था। पुलिस के मुताबिक कासकर ने उनपर अवैध कब्जा किया था।
- कासकर से कहा गया था कि भिंडी बाजार के पकमोडिया स्ट्रीट की दमरवाला बिल्डिंग और जेजे रोड इलाके की शबनम गेस्ट हाउस को खाली कर दे। ये दोनों बिल्डिंग साउथ मुंबई में हैं।
Comment Now