ग्वालियर। रेल परिचालन का दिमाग कहे जाने वाले आरआरआई (रूट रिले इंटरलॉकिंग) पैनल में खराबी आने पर अब ट्रेनों का संचालन हफ्तों तक प्रभावित नहीं होगा।
महज एक घण्टे में ही ओएफसी(ऑप्टीकल फाइबर केबल) बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम से ट्रेनों का संचालन बहाल कर दिया जाएगा।
दो साल पहले इटारसी जंक्शन के आरआरआई पैनल में आग लगने से एक महीने से ज्यादा वक्त तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ था। इस घटना से रेलवे को करोड़ों स्र्पए की का नुकसान भी हुआ था।
अब आरडीएसओ (अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन) ने यह सिस्टम तैयार किया है। ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम का ट्रायल भोपाल के निशातपुरा में प्रारंभ हो गया है, जो बेहतर काम कर रहा है। इसके साथ ही रेलवे के सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) से भी इस सिस्टम को हरी झण्डी मिल गई है।
अब रेलवे इसे देशभर के बड़े रेलवे जंक्शनों पर आरआरआई पैनल के समानांतर इंस्टॉल करने पर विचार कर रही है।
यह होता है
- आरआरआई पैनल यानि रेलवे स्टेशन पर स्थित ऐसा कमरा जिसमें हजारों सर्किट और सैकड़ों केबिल के जरिए सिग्नल व्यवस्था चलाई जाती है, ट्रेनों का संचालन पूरी तरह इसी पर आधारित है।
- अगर इसमें खराबी आ जाती है तो छोटी-छोटी खराबी को दूर करने में घंटो लगते है।
- आरआरआई खराब होने पर रेलवे के पास कोई विकल्प नहीं था।
- आरआरआई पैनल खराब होने पर मैनुअली ट्रेनों संचालन किया जाता था यानि मेमो लेकर ट्रेनें चलाई जाती हैं। इसमें हर स्टेशन पर लोको पायलट को मैनुअली क्लियरेंस लेना होता है साथ ही ट्रेन की गति भी कम कर दी जाती है।
- मैनुअली संचालन में हादसे होने की आशंका रहती है।
अब यह होगा
- अब अगर आरआरआई पैनल में कोई गड़बड़ी होगी तो ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम समानांतर कार्य करेगा।
- इस सिस्टम के जरिए ऑप्टीकल फाइबर केबल के जरिए जंक्शन बॉक्स से वैकल्पिक कनेक्शन देकर ट्रेनों का संचालन शुरू हो सकेगा और लैपटॉप से इसे नियंत्रित किया जा सकेगा।
- यह सिस्टम स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकेगा यानि जहां आरआरआई पैनल नहीं है, वहां अकेले इसे इंस्टॉल करके भी ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है।
बेहतर काम कर रहा सिस्टम
आरडीएसओ के इंजीनियरों ने ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम तैयार कर लिया है। निशातपुरा में यह सिस्टम बेहतर काम कर रहा है। संभावना है कि प्रथम चरण में नागपुर, भोपाल, मुंबई, झांसी, जबलपुर, दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन,गोरखपुर जैसे बड़े जंक्शनों पर पहले यह सिस्टम आरआरआई पैनल के समानांतर इंस्टॉल होगा।
जेएस सोंधी,अपर महानिदेशक
प्रशासन एवं स्थापना (आरडीएसओ,लखनऊ)
एक महीने प्रभावित रहा था संचालन
17 जून 2015 को तड़के इटारसी जंक्शन के आरआरआई पैनल में आग लग गई थी। इसके बाद 180 से अधिक ट्रेनों का संचालन ठप हो गया था। इसमें रेलवे को करोड़ों स्र्पए की हानि हो गई थी। दूसरा आरआरआई पैनल स्थापित करने में एक महीने से अधिक का समय लग गया था। 22 जुलाई 2015 को ट्रेनों का संचालन बहाल हो सका था। यात्रियों के साथ-साथ रेलवे को भी बहुत परेशानी हुई थी।
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