फायरिंग होती तो कई मारे जाते: पत्थरबाज को जीप से बांधने वाले मेजर का बयान
Wed, May 24, 2017 6:23 PM
श्रीनगर.कश्मीर में पत्थरबाज को आर्मी जीप के बोनट से बांधने वाले आर्मी के मेजर लीतुल गोगोई मंगलवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा, ''मुझे कश्मीरियों की जिंदगी बचाने के लिए ये कदम उठाना पड़ा। अगर फायरिंग का ऑर्डर देता तो कई लोगों की जान जा सकती थी।'' बता दें कि श्रीनगर में 9 अप्रैल को बाईपोल के दौरान कई पोलिंग बूथ्स पर हिंसा हुई थी। पथराव कर रही हिंसक भीड़ के बीच से निकलने के लिए मेजर ने एक कश्मीरी शख्स को जीप के आगे बांधने का ऑर्डर दिया। आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए कारगर कदम उठाने पर आर्मी चीफ विपिन रावत ने मेजर गोगोई को अवॉर्ड दिया है। मेजर ने बताया पूरा वाकया...
- 53 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर गोगोई ने कहा, ''अगर हालात को देखते हुए मैं फायरिंग का ऑर्डर देता तो कई लोगों की जान जा सकती थी। मुझे आईटीबीपी के एक अफसर ने फोन कर बताया कि बांदीपोरा इलाके के एक पोलिंग बूथ पर करीब 500 लोगों की भीड़ जमा हो गई है। पथराव हो रहा है और पोलिंग स्टॉफ से मारपीट की जा रही है।''
- ''आधा घंटे के बाद हमारी टुकड़ी मौके पर पहुंच गई। मैंने जवानों के साथ मिलकर हालात को किसी तरह काबू में किया। लेकिन सुबह 10.30 बजे एक और कॉल मिली कि पास के एक पोलिंग बूथ के बाहर करीब 1200 लोग जमा हो गए हैं और पत्थर के साथ पेट्रोल बम भी फेंके जा रहे हैं।''
- ''बिना देरी किए हमारी टीम डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित पोलिंग स्टेशन के लिए रवाना हो गई। पथराव के चलते हमारी गाड़ियां वहां से हिल नहीं पा रही थीं। मैंने प्रदर्शनकारी महिलाओं और बच्चों से रास्ता छोड़ने की गुजारिश की। लेकिन भीड़ ने पथराव बंद नहीं किया।''
मस्जिद से एलान के बाद हम पर पेट्रोल बम भी फेंके गए: मेजर
- मेजर गोगोई ने बताया, ''तभी मेरी नजर एक शख्स (फारूख डार) पर पड़ी, जो पत्थरबाजों के एक ग्रुप को लीड कर रहा था। मैंने क्यूआरटी से कहा कि इस लड़के को पकड़कर लाओ। जवानों को अपनी ओर आते देख डार भीड़ की ओर भागा और अपनी बाइक लेकर मौके से फरार हो गया।''
- ''हमें पता चला कि डार बडगाम का रहने वाला है। फिर उसे पकड़ा और पोलिंग स्टेशन के अंदर ले गए। लेकिन तभी एक मस्जिद से ऐलान हुआ, जिसके बाद पोलिंग स्टेशन के बाहर भीड़ और बढ़ गई। वो आर्मी के काफिले पर पेट्रोल बम फेंकने लगे थे।''
- ''जब वहां से निकलने के लिए हमारे सभी रास्ते बंद हो गए तो मैंने अपने के जरिए जवानों को ऑर्डर दिया कि पकड़े गए लड़के को जीप के बोनट से बांधो। इसके बाद कुछ देर के लिए पथराव रुका और हमारे काफिले को वहां से निकलने का वक्त मिल गया।''
मैं कोई जानवर था, जो जीप से बांधा: फारूख
- फारूख डार ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ''देश का कौन सा कानून एक शख्स को ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल करने की इजाजत देता है? मैं कोई बैल या भैंस था जो मेरे साथ ऐसा सुलूक किया गया? अगर कानून के मुताबिक, ये सही है तो मैं कुछ नहीं कर सकता। उनसे नहीं लड़ सकता, जिन्होंने ऐसा करने वाले अफसर को अवॉर्ड दिया।''
- ''मेरे टखने और मसल्स में चोट आई। इसके चलते कई दिन तक घर से बाहर नहीं निकल पाया। घर में खड़े होने के लिए भी किसी का सहारा लेना पड़ता था। मैं कसम खाता हूं कि आगे किसी इलेक्शन में वोट नहीं डालूंगा।''
वायरल वीडियो को उमर ने ट्वीट किया था
- कश्मीरी शख्स को जीप से बांधकर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी इसके फोटो और वीडियो ट्वीट किए थे। सीएम महबूबा मुफ्ती ने मामले की जांच के ऑर्डर दिए थे।
- जिसके बाद 15 अप्रैल को आर्मी के मेजर गोगोई के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के बीड़वाह थाने में एफआईआर दर्ज की गई। मुद्दा गरमाने पर आर्मी ने मेजर के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी भी बैठाई थी। लेकिन उन्हें इसमें क्लीन चिट मिल गई। हालांकि, पुलिस जांच जारी है।
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