इंदौर। सोमवार सुबह टावर चौराहे का नजारा कुछ अलग था। यहां पांच महिला आरक्षक और एक महिला सूबेदार ने वाहन चालकों की चेकिंग शुरू की। खास बात यह थी कि केवल महिला वाहन चालकों को रोका जा रहा था। पकड़ाई युवतियों ने परिजन से अधिकारियों की बात करवाई तो लगभग हर के मुंह से यही निकला- सर पहली बार गलती की है, छोड़ दो। हालांकि पुलिस ने किसी को भी नहीं बख्शा।
डीएसपी ट्रैफिक ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पहली बार यह कार्रवाई की गई है। अब तक महिला वाहन चालकों को चेकिंग के दौरान नहीं रोका जाता था। हाल ही में ट्रैफिक पुलिस में महिला सूबेदार आई हैं। उनके साथ हमने पश्चिम क्षेत्र के पांच थानों से पांच महिला आरक्षक लेकर चेकिंग शुरू की। करीब दो घंटे चली चेकिंग के दौरान करीब 200 महिला वाहन चालकों को रोका गया जिनमें से 35 के चालान बनाए गए।
पहली बार चेकिंग की गई थी इसलिए महिलाओं को वॉट्सएप पर लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन कार्ड और इंश्योरेंस की फोटो मंगवाने की छूट दी गई थी। आगे से ऐसी रियायत नहीं दी जाएगी। मंगलवार से शहर के दूसरे इलाकों में भी इस तरह की कार्रवाई की जाएगी। डीएसपी के मुताबिक सबसे ज्यादा ट्रिपलिंग करने वाली महिलाओं के चालान बनाए गए।
पुरुषों की लग गई भीड़
चेकिंग के दौरान टावर चौराहे पर लोगों की भीड़ लग गई। महिला आरक्षक दाड-दौड़कर महिलाओं को रोक रही थीं। पहले लोगों को लगा कि कुछ घटना हो गई। जब पता चला कि केवल महिलाओं के चालान बन रहे हैं तो पुरुष कार्रवाई देखने लगे। सभी यही बोलते रहे कि अच्छा है महिलाओं को भी पकड़ना चाहिए।
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