Thursday, 22nd May 2025

पाटीदार लीडर हार्दिक ने मुंडन कराया, मोदी की विजिट से पहले विरोध तेज

Mon, May 22, 2017 6:24 PM

अहमदाबाद. गुजरात में नरेंद्र मोदी की विजिट से एक दिन पहले पाटेल आंदोलन के लीडर हार्दिक पटेल ने अपने 50 साथियों के साथ सिर मुंडाया। हार्दिक की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के मेंबर्स ने एक न्याय यात्रा भी शुरू की। PAAS मेंबर्स गुजरात सरकार के विरोध में और पाटीदार रिजर्वेशन लागू करने की मांग को लेकर ये यात्रा निकाल रहे हैं। बता दें कि नरेंद्र मोदी सोमवार को गुजरात विजिट पर होंगे। हार्दिक पटेल ने जुलाई 2015 में गुजरात में पाटीदार समाज को रिजर्वेशन देने की मांग के लिए आंदोलन शुरू किया। उन्हें स्टेट गवर्नमेंट ने देशद्रोह के आरोप में 6 महीने के लिए गुजरात से बाहर रहने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद से वे राजस्थान में रहने लगे और जनवरी में 5000 कारों के काफिले के साथ गुजरात वापस लौटे थे। इंसाफ के लिए निकाल रहे हैं यात्रा- हार्दिक...
 
- हार्दिक पटेल ने मुंडन के बाद कहा, "50 PAAS मेंबर्स के साथ मैंने अपना सिर मंुडवाया है। ये पिछले दो साल के दौरान हमारे समाज पर किए गए अत्याचार के विरोध में है। हम इंसाफ पाने के लिए न्याय यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं।"
- बता दें कि हार्दिक की ये न्याय यात्रा बोथाड से शुरू होगी और करीब 50 गांवों से गुजरेगी और भावनगर में जाकर खत्म होगी।
 
बीजेपी को हराना है मकसद- हार्दिक
- कुछ दिन पहले हार्दिक ने पाटीदार समाज को रिजर्वेशन दिए जाने के लिए आंदोलन दोबारा शुरू करने का एलान किया था।
- हार्दिक ने कहा था, "आंदोलन का मकसद बीजेपी को सरकार से बाहर करना है। राज्य सरकार पाटीदार समाज को रिजर्वेशन देने के मसले में आनाकानी कर रही है। आने वाले असेंबली इलेक्शन में बीजेपी सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सरकार को जल्द से जल्द इस मसले का फैसला करना चाहिए।"
 
गुजरात में मोदी का दो दिन का दौरा
- नरेंद्र मोदी गुजरात में सोमवार से दो दिन के दौरे पर हैं। वे यहां अफ्रीकन डेवलपमेंट बैंक की सालाना मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा उनके कई दूसरे प्रोग्राम भी हैं।

क्या है गुजरात में पटेल-पाटीदार कम्युनिटी का आंदोलन?
- पटेल-पाटीदार कम्युनिटी सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में 10% रिजर्वेशन की मांग कर रही थी।
- इस मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन की अगुआई हार्दिक पटेल ने कर रहे हैं।
- 31 साल के बाद राज्य में इस पैमाने पर कोई आंदोलन हुए थे।
- आंदोलन के बाद गुजरात सरकार ने अगड़ी जातियों को आर्थिक आधार पर 10% रिजर्वेशन देने का एलान किया।
- 6 लाख से कम इनुअल इनकम वाले परिवार को इस कैटेगिरी में रखा गया। इसे पटेल आंदोलन को खत्म करने के कदम के रूप में देखा गया।
- बता दें कि 8 जुलाई, 2016 को हाईकोर्ट ने देशद्रोह के मामले में 22 साल के हार्दिक पटेल को बेल दी थी। रिहाई के बाद उन्हें 6 महीने गुजरात से बाहर रहने का आदेश दिया था।
 
विवादित बयान हुआ था वायरल
- 3 अक्टूबर, 2015 को पाटीदार आंदोलन के वक्त हार्दिक ने एक बयान दिया था।
- इस बयान में पटेल ने विपुल देसाई नाम के एक लड़के की सुसाइड की धमकी पर कहा था, 'दो-चार पुलिसवालों को मार देना, लेकिन खुदकुशी मत करना।"
- इस बयान का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई थी और उनके भाषणों की रिकॉर्डिंग्स निकाली गई थीं।

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