ग्वालियर। मैकडॉनल्ड्स के बाहर बैलून बेच रहे मासूम बच्चों को अंदर बुलाकर बर्गर और फ्रेंच फ्राइज खिलाना एयरफोर्स अधिकारी की लेखिका पत्नी मनीषा कुलश्रेष्ठ और बच्चों को महंगा पड़ गया। मैकडॉनल्ड्स मैनेजमेंट ने गरीब बच्चों को अंदर बैठाने का विरोध किया, लेकिन हद तब हो गई जब अधिकारी के परिवार को पार्किंग गेट बंद कर बाहर नहीं निकलने दिया गया।
हेड सिक्युरिटी इंचार्ज ने उनकी गाड़ी का नंबर नोट कर पुलिस तक को बुला लिया। वहां बीट प्वाइंट पर तैनात जवान मुकेश वहां पहुंचा और उसने पूरी बात जानने के बाद गेट खुलवाया। जिसके बाद महिला वहां से जा सकी।
अधिकारी की पत्नी ने पार्किंग में बंधक बनाने की पुलिस में शिकायत तो नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर शनिवार देररात पूरी घटना को फोटो के साथ अपने ही शब्दों में बयां किया है। जिसकी रविवार को काफी चर्चा में रहा है।
यह लिखा फेसबुक पर
कल (शनिवार) को मैं और मेरी बेटी अवनी जब मैकडॉनाल्ड बैठे थे तभी कांच में से एक बच्ची को झांकते देखा। जिसके हाथ में बैलून थे। उसको देखकर बेटी को दया आ गई। उसने उन बच्चियों को भी कुछ खिलाने के लिए मुझसे कहा। इस मैंने कहा कि बाहर क्यों उनहें अंदर बुलाकर ही खिलाते हैं। जिस पर दो से तीन बच्चियों को मैंने अंदर बुला लिया। वह मेरे साथ ही बैठी थी। उनके लिए बर्गर व फ्रेंच फ्राइज ऑर्डर किए थे। पर यह देखकर मैकडॉनाल्ड का प्रबंधन का काफी नाराज हो गया। बच्चों के बलून फोड़ दिए गए। सिक्युरिटी गार्ड ने बोला कि बच्चे चोर हैं। रात साढ़े ग्यारह बजे हमारी गाड़ी को मुख्य द्वार बंद कर रोक लिया और पुलिस को बुला लिया। मैं रास्ते भर आंखों में आंसू लिए घर पहुंची। बस फिक्र है कि वो गार्ड अब उन बच्चों को तंग न करे।
- मनीषा कुलश्रेष्ठ
घटना के संबंध में मैं बोलने के लिए अधिकृत नहीं हूं मेरे एचओडी आपसे बात करेंगे। - भूपेंद्र कुमार, असिस्टेंट मैनेजर मैकडॉनाल्ड ग्वालियर डीडी मा'ल
मेरे तक कोई शिकायत नहीं आई
मेरे पास तक कोई ऐसी शिकायत नहीं आई। प्वाइंट ने अपने आप स्थिति संभाल ली होगी। शिकायत आती तो कार्रवाई जरुर होती। - अमर सिंह सिकरवार, टीआई इंदरगंज
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