भोपाल। स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) में जवानों की भर्ती के लिए होमगार्ड को रखे जाने की बाध्यता सरकार खत्म कर सकती है। दरअसल एसडीआरएफ की टीम में जवानों की खासी कमी है और होमगार्ड से इसके पैमाने पर खरे उतरने वाले जवान नहीं मिल रहे है। इस स्थिति में एसडीआरएफ की ओर से ही शासन को यह प्रस्ताव गया था कि उन्हें सीधे भर्ती या डेपुटेशन पर जवानों को देने का प्रावधान किया जाए। पुलिस में फोर्स की कमी के चलते डेपुटेशन पर देने की स्थिति नहीं है, इसलिए सरकार सीधे भर्ती करने के प्रस्ताव को जल्द स्वीकृति दे सकती है।
जानकारी के अनुसार एसडीआरएफ की ओर से जो प्रस्ताव शासन को गया है, उसमें युवाओं की भर्ती करने व 35 साल की उम्र पूरी करने के बाद होमगार्ड में भर्ती होने का विकल्प दिया जा सकता है। इसके अलावा पुलिस भर्ती में भी इन युवाओं को होमगार्ड के जवानों के जैसे ही आरक्षण भी दिया जा सकता है। जिससे फोर्स में आने के लिए युवाओं का मनोबल बना रहे।
ट्रेनिंग पैरामिलिट्री फोर्स जैसी
मालूम हो कि एसडीआरएफ का गठन तीन साल पहले हुआ था। टीम का मुख्य काम किसी भी आपदा में त्वरित राहत और बचाव कार्य का है। सिंहस्थ के अलावा इंदौर पटना एक्सप्रेस के डिरेल होने पर भी एसडीआरएफ के जवानों की ड्यूटी लगी थी। एसडीआरएफ के जवानों की ट्रेनिंग भी पैरामिलिट्री फोर्स के तर्ज पर होती है।
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