- फिल्म की कहानी कटप्पा (सत्यराज) और शिवुडु उर्फ महेंद्र बाहुबली (प्रभास) के बीच डायलॉग से शुरू होती है। इस दौरान स्टोरी फ्लैशबैक में जाती है। महारानी शिवगामी (राम्या कृष्णन) बाहुबली (प्रभास) के राज्याभिषेक का एलान करती हैं, लेकिन इससे पहले बाहुबली और कटप्पा देश भ्रमण पर निकलते हैं। बाहुबली की मुलाकात राजकुमारी देवसेना (अनुष्का शेट्टी) से होती है और हालात के मुताबिक देवसेना और महाराज अमरेंद्र बाहुबली (प्रभास) एक साथ महिष्मती आते हैं।
- राज्याभिषेक से पहले ही भल्लालदेव (राणा दग्गुबती) की नजर सिंघासन पर नजर रहती है। वो कटप्पा की मदद से कुछ ऐसा करता है, जिससे अमरेंद्र बाहुबली की मृत्यु हो जाती है और राज्य पर भल्लालदेव का अधिकार हो जाता है और वो देवसेना को बंदी बना लेता है।
- जब महेंद्र बाहुबली को पूरी कहानी का पता चलता है तो वो अपने हिसाब से एक बार फिर से महिष्मती राज्य को भल्लालदेव से आजाद कराने की कोशिश करता है और आखिरकार सत्य की जीत होती है।
डायरेक्शन
- फिल्म का डायरेक्शन, लोकेशंस और कैमरा वर्क कमाल का है। वीएफएक्स जबरदस्त है जो देखने लायक है।
- राजामौली का कहानी सुनाने का ढंग कमाल का है। फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है कि ये कहानी पहले पार्ट में ऐसी जगह पर छोड़ी गई थी, जिसके बाद लोगों के जहन में एक ही सवाल था कि आखिरकार कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? जवाब का इंतजार करीब 2 साल तक होता रहा और पार्ट 2 में इसका डिटेल में खुलासा किया गया है।
परफॉर्मेंस
- फिल्म में प्रभास और राणा दग्गुबती की मेहनत पर्दे पर दिखाई पड़ती है। दोनों का एक्शन और डायलॉग डिलिवरी गजब की है। अनुष्का शेट्टी भी काफी सरप्राइज करती हैं।
- राम्या कृष्णन ने मां और महारानी के किरदार को बखूबी निभाया है। तमन्ना भाटिया और सत्यराज का काम भी काफी सहज है। बाकी किरदारों ने भी अच्छा अभिनय किया है।
म्यूजिक
- फिल्म का संगीत कहानी के मुताबिक है। बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की जान है। फिल्म का टाइटल ट्रैक दलेर मेहंदी ने गाया है। कैलाश खेर की आवाज में जयकारा...सॉन्ग भी बेहतरीन है।
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