Thursday, 22nd May 2025

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत, झूठी रिपोर्ट देकर कर रहे निपटारा

Sat, Apr 29, 2017 6:44 PM

ग्वालियर। जनसुनवाई में जब मामलों के निपटारे की खानापूर्ति होने लगी तो पीड़ितों ने सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना शुरू किया। उम्मीद थी कि यह मामले सीधे सरकार तक पहुंचते हैं, इसलिए न्याय मिलेगा, लेकिन जीवाजी यूनिवर्सिटी ने इसे भी गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे दो मामले सामने आए हैं, जिसमें दोनों पीड़ित जेयू के ही कर्मचारी हैं और वे बार-बार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन फर्जी ढंग से उनके निपटारे किए जा रहे हैं।

एक मामला वीरेन्द्र सिंह पालकर का है। उनकी 1998 में उच्च श्रेणी लिपिक पद पर पदोन्नाति होना थी, लेकिन एक जूनियर कर्मचारी को पदोन्नाति दे दी। तभी से यह मामला चल रहा है। जेयू ने अब तक वरिष्ठता सूची जारी नहीं की है।

श्री पालकर ने 2015 में भूख हड़ताल की तो अधिकारियों ने जल्द निराकरण का भरोसा देकर हड़ताल खत्म करा दी। मामला फिर लटका रहा तो उन्होंने सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया। उनको आश्चर्य तब हुआ, जब पांच बार वे शिकायत कर चुके हैं और हर बार उन्हें जानकारी दिए बिना विवि उसका निपटारा कर अपने रिकॉर्ड को अपडेट कर लेता है।

दूसरा मामला भी कर्मचारी सूबेदार सिंह का है। उन्हें बुक लिफ्टर का वेतनमान देने का निर्णय तो हुआ, लेकिन लाभ नहीं दिया गया। उन्होंने सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगी तो विवि ने कार्यपरिषद के आदेश की प्रति देते हुए बताया कि जल्द उन्हें लाभ दिया जाएगा।

जब समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की। विवि ने उन्हें जानकारी दिए बिना उसे खत्म कर दिया। बाद में उन्होंने फिर शिकायत की। उसका भी निपटारा कर दिया। वे अब तक छह बार शिकायत कर चुके हैं और विवि निपटारा कर देता है। इससे दोनों पीड़ित परेशान हैं। उनका कहना है कि आखिर कब तक विवि प्रशासन फर्जी ढंग से निपटारा करता रहेगा।

इनका कहना है

 

सीएम हेल्पलाइन से काफी उम्मीद थी। लेकिन हमारे ही अधिकारी फर्जी ढंग से उसका निराकरण कर रहे हैं। मुझे फिर भूख हड़ताल के लिए विवश किया जा रहा है।

वीरेन्द्र सिंह पालकर, पीड़ित

 

भरोसा उठने लगा है

आवेदक को संतुष्ट किए बिना शिकायतों का निराकरण नहीं होना चाहिए, लेकिन विवि और सीएम हेल्पलाइन के जिम्मेदार लोग ऐसा कर रहे हैं। इस कारण भरोसा उठने लगा है।

 

सूबेदार सिंह, पीड़ित

 

जल्द निराकरण

सीएम हेल्पलाइन में मामले निपटाने की तो जानकारी नहीं है, लेकिन दोनों कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द निराकरण कर दिया जाएगा। 

प्रदीप शर्मा,सहायक कुलसचिव प्रशासन

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