जिस दिन हुई थी दोस्त की डेथ, उसी दिन विनोद खन्ना ने ली आखिरी सांस
Fri, Apr 28, 2017 4:16 PM
मुंबई: कैंसर से जूझ रहे विनोद खन्ना (70) का गुरुवार सुबह 11.20 बजे निधन हो गया है। लंबी बीमारी के बाद गिरगांव के एचएन रिलायंस फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर में उन्होंने आखिरी सांस ली। खन्ना के करियर के लिए कुर्बानी (1980) मील का पत्थर साबित हुई थी। इसी फिल्म के सेट पर उनकी दोस्ती फिरोज खान से हुई थी। संयोग की बात यह है कि फिरोज का निधन भी कैंसर की वजह से आज ही के दिन (27 अप्रैल) 2009 में हुआ था। कुर्बानी के सेट पर हुई दोस्ती....
खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत मन का मीत (1968) से की थी। लीड हीरो से अलावा उन्होंने कई फिल्म में विलेन और सपोर्टिंग एक्टर के तौर पर काम किया। फिरोज खान के डायरेक्शन में बनी कुर्बानी (1980) उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में फिरोज प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्टर भी थे। 'कुर्बानी' के सेट पर इनकी दोस्ती परवान चढ़ी। बता दें, 'कुर्बानी' के पहले जोड़ी ने फिल्म शंकर शंभू (1976) में स्क्रीन शेयर किया था।
सन्यासी बनने के बाद फिरोज ने की थी कमबैक में मदद
'कुर्बानी' के बाद फिरोज उन्हें अपने प्रोडक्शन की अगली फिल्म जांबाज (1986) में कास्ट करना चाहते थे, लेकिन बाद में यह रोल
अनिल कपूर ने निभाया। यह वह दौर था जब खन्ना ओशो में शरण में चले गए थे और उनके आश्रम में माली के तौर पर काम करते थे। ओशो आश्रम से जुड़े विवादों के बाद जब वे बॉलीवुड में अपनी दूसरी पारी शुरू करने के लिए तैयार थे, तब फिरोज ने उनके साथ दयावान (1988) साइन की। फिल्म में विनोद और माधुरी दीक्षित का किसिंग सीन काफी चर्चित हुआ था।
2009 में कैंसर ने ली थी फिरोज की जान
इंडस्ट्री में खन्ना और फिरोज खान की दोस्ती काफी गहरी थी। जोड़ी ने 3 फिल्मों में साथ काम किया था। 27 अप्रैल, 2009 को लंग कैंसर के चलते फिरोज खान का निधन हुआ। उनकी आखिरी फिल्म वेलकम 2007 में रिलीज हुई थी। इस तारीख के ठीक 8 साल बाद विनोद खन्ना ने आखिरी सांस ली।
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