जवान अपनी जिंदगी खो रहे हैं, सरकार एक्शन ले: शहीद कैप्टन के पिता ने कहा
Fri, Apr 28, 2017 4:07 PM
श्रीनगर. कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों के हमले में शहीद कैप्टन आयुष यादव के पिता ने सरकार से अपील की है कि वह एक्शल ले। उन्होंने कहा कि हमारे जवान अपनी जिंदगी खोते जा रहे हैं। यह सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं बल्कि सुकमा में हुए नक्सली हमले में भी हो रहा है। बता दें कि गुरुवार को आतंकियों ने आर्मी के कैंप पर हमला कर दिया। इसमें एक कैप्टन और दो जवान शहीद हो गए। सेना ने जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मार गिराए। शहीदों में उप्र के कैप्टन आयुष यादव, राजस्थान के सूबेदार भूपसिंह और आंध्रप्रदेश के वेंकट रमन्ना शामिल हैं। 6 जवान जख्मी हैं। आयुष ने पिता से कहा था- 'मैं कैंप में हूं, यहां खतरा नहीं है...
- कानपुर के कैप्टन आयुष (26) तीन साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। पिता ने एक दिन पहले आयुष से फोन पर बात की थी तो आयुष ने कहा था- 'मैं कैंप में हूं, यहां खतरा नहीं है।' एक दिन बाद यहीं आतंकियों से लड़ते शहीद हो गए।
- आयुष के पिता ने कहा कि एक दिन पहले ही उसकी मां से बात हुई थी। दूसरे दिन मां फोन लगाती रही, लेकिन बातचीत नहीं हो पाई।
ऋषि के पास गोलियां खत्म हो गई तो मारे गए आतंकी की बंदूक उठा ली
- हमले के वक्त गनर ऋषि कुमार ड्यूटी पर थे। उन्हाेंने देखा कि आतंकी उनकी ओर आ रहे हैं। उन्होंने फायरिंग शुरू की। तभी एक गोली ऋषि के सिर पर लगी। उन्होंने बुलेट प्रूफ पटका पहना था। इसलिए जख्मी नहीं हुए। पर नीचे गिर पड़े। फौरन उठे और दो आतंकियों को मार गिराया। इस बीच गोलियां खत्म हो गईं। बंकर से बाहर आए और मारे गए आतंकी का हथियार उठाकर तीसरे आतंकी की ओर लपके। लेकिन आतंकी की गोली ऋषि के पैर में आ लगी। इस बीच आतंकी भाग निकला। ऋषि बिहार के आरा जिले के रहने वाले हैं।
कैसे किया हमला
- आतंकी सुबह 4.30 बजे कैंप में घुसे। फायरिंग शुरू की। 30 मिनट तक लगातार चलती रही।
- आतंकी दो लेयर की सुरक्षा बाड़ पार कर कैंप के भीतर पहुंचे। पहली मुठभेड़ पैट्रोलिंग पार्टी से हुई, जहां एक जवान शहीद हो गया। आगे ऑफिसर और जेसीओ शहीद हो गए। दो आतंकी भी ढेर किए। तीसरा भाग निकला। 6 जवान जख्मी हुए हैं। इन आतंकियों के पास 3 एके-47 बरामद की गईं।
Comment Now