ईरानी सुरक्षा बलों ने कतर में चल रहे फुटबॉल वर्ल्ड कप में ईरान की हार सेलिब्रेट कर रहे एक शख्स को गोली मार दी। मारे गए युवक का नाम मेहरान समक बताया जा रहा है।
ओस्लो के ईरानी मानवाधिकार ग्रुप ने दावा किया है कि अमेरिका की जीत के बाद 27 साल के समक बंदर अंजाली में अपनी गाड़ी का हॉर्न बजाकर सेलिब्रेटकर रहे थे, तभी सुरक्षा बलों ने उनके माथे पर गोली मारी दी।
मंगलवार रात वर्ल्ड कप के ग्रुप-B के मुकाबले में अमेरिका ने ईरान को 1-0 से हरा दिया। इस हार के साथ ही ईरानी टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इसके बाद उत्तरी ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी सार्वजनिक तौर पर देश की फुटबॉल टीम के वर्ल्ड कप से बाहर होने का जश्न मना रहे थे। कुछ शहरों के वीडियो में तो भीड़ को सड़कों पर नाचते-गाते भी देखा गया है। क्योंकि, बहुत से ईरानी नागरिकों का मानना है कि ये टीम इस्लामिक गणराज्य ईरान का प्रतिनिधित्व कर रही है।
देश विरोधी ताकतें जिम्मेदार : ईरानी मीडिया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान की सरकारी मीडिया नेशनल फुटबॉल टीम पर गैरजरूरी दबाव बनाने के लिए देश के अंदर और बाहर मौजूद विरोधी ताकतों को जिम्मेदार बता रही है।
राष्ट्रगान के दौरान मौन रहे थे ईरानी खिलाड़ी
ईरान के फुटबॉल खिलाड़ियों ने भी देश में प्रदर्शनकारियों के समर्थन में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अपने पहले मुकाबले से पहले राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया था।
विरोध प्रदर्शन क्यों...?
वहां महिलाओं के लिए इस्लामिक ड्रेस कोड़ काफी सख्त हैं। ईरान के कानून के मुताबिक, महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलते वक्त सिर को हिजाब या स्कार्फ से ढकना जरूरी है। उल्लंघन करने पर कड़ी सजा के प्रावधान हैं।
अमीनी की मौत के बाद उग्र हुआ प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन महसा अमीनी की मौत के बाद उग्र हुआ। 22 वर्षीय अमीनी को 13 सितंबर को मोरेलिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन पर हिजाब नियमों के उल्लंघन के आरोप था। हिरासत में ही अमीनी की मौत हो गई। हालांकि, ईरानी सरकार ने अमीनी की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया था।
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