रेल यातायात का नेटवर्क पूरे देश में फैला है। इसलिए आज भी मानव तस्करी के लिए तस्कर ट्रेनों का सर्वाधिक उपयोग करते हैं। इसे रोकने के लिए भोपाल समेत 68 मंडल में 750 दल बनाए हैं। यह बात रेल कोच फैक्ट्री निशातपुरा में मानव तस्करी के विरुद्ध आयोजित आपरेशन आहट नामक एक दिवसीय कार्यक्रम बचपन बचाओ आंदोलन के मप्र के समन्वयक सलमान मंसूरी और परियोजना समन्वयक मधुमिता सेनगुप्ता ने बताई। इस दौरान आरपीएफ के जवानों को पाक्सो एक्ट एवं जेजे एक्ट की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का आयोजन आरपीएफ भोपाल द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त बी राम कृष्णा, सहायक सुरक्षा आयुक्त अशोक कुमार, रेल सुरक्षा बल निरीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक एवं आरक्षक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
भोपाल मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त बीराम कृष्णा ने बताया कि आरपीएफ ने देशभर में 750 एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू ) की स्थापना की है। इन एएचटीयू का काम पुलिस, थानों की एएचटीयू, खुफिया एजेंसियों, मानव तस्करी को रोकने काम कर रहे एनजीओ के साथ समन्वय कर ट्रेनों के जरिए होने वाली मानव तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करना है। इन्हीं एएचटीयू के जरिए आरपीएफ ने मानव तस्करी को रोकने आपरेशन आहट (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग) नामक अभियान शुरू किया है।
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