प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्कर्ष समारोह के जरिए गुजरात के भरूच के लोगों से संवाद किया। इस दौरान पीएम मोदी भावुक भी हो गए। दरअसल, पीएम मोदी योचना के लाभार्थी अय्युब पटेल से बात कर रहे थे। अय्युब ने अपनी बेटियों और उनकी पढ़ाई के बारे में बताया। अय्युब ने बताया कि उनकी एक बेटी डॉक्टर बनना चाहती है। पीएम ने जब बेटी आलिया से बात करना चाहा तो वह भावुक हो गई। पीएम ने पूछा कि डॉक्टर बनने की बात तुम्हारे दिमाग में कैसे आई। इस पर आलिया ने कहा कि पापा की परेशानी देखकर डॉक्टर बनने का विचार आया। अय्युब के आंख में सऊदी अरब में गलत ड्राप डालने से सिर्फ 5 फीसदी रोशनी बची है। यह कहते हुए आलिया रोने लगे। पीएम भी कुछ पल के लिए भावुक हो गए। उन्होंने अय्युब और उनकी बेटियों की तारीफ की और यह भी कहा कि बेटियों के सपने पूरे करने में कुछ मदद चाहिए तो वह सीदे पीएम को बता सकते हैं। नीचे देखिए वीडियो।
इस मौके पर पीएम ने कहा, ये उत्कर्ष समारोह इस बात का प्रमाण है कि जब सरकार ईमानदारी से, एक संकल्प लेकर लाभार्थी तक पहुंचती है, तो कितने सार्थक परिणाम मिलते हैं। मैं भरूच जिला प्रशासन को, गुजरात सरकार को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी 4 योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन के लिए बधाई देता हूं। अक्सर जानकारी के अभाव में अनेक लोग योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते हैं। कभी-कभी योजनाओं कागज पर रह जाती हैं। लेकिन जब इरादा साफ हो, नीति साफ हो, नेकी से काम करने का इरादा हो, सबका साथ-सबका विकास की भावना हो, तो इससे नतीजे भी मिलते हैं। दिल्ली से देश की सेवा करते हुए मुझे 8 साल पूरे हो रहे हैं। ये 8 वर्ष सेवा सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे। आज जो कुछ भी मैं कर पा रहा हूं, वो मैंने आपके बीच ही सीखा है।
पीएम ने आगे कहा, 2014 में जब आपने हमें सेवा का मौका दिया था तो देश की करीब-करीब आधी आबादी शौचालय की सुविधा से, टीकाकरण की सुविधा से, बिजली कनेक्शन की सुविधा से, बैंक अकाउंट की सुविधा से वंचित थी। सभी के प्रयासों से अनेक योजनाओं को शत प्रतिशत सैचुरेशन के करीब ला पाए हैं। देश ने संकल्प लिया है शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचने का। जब शत प्रतिशत पहुंचते हैं तब सबसे पहला मनोवैज्ञानिक परिवर्तन आता है वो बहुत महत्वपूर्ण है। उसमें देश का नागरिक याचक की अवस्था से बाहर निकल जाता है। मैंने पहले भी कहा कि ऐसे काम कठिन होते हैं, राजनेता भी उन पर हाथ लगाने से डरते हैं। लेकिन मैं राजनीति करने के लिए नहीं, देशवासियों की सेवा करने के लिए आया हूं। देश ने संकल्प लिया है, शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचने का।हमारी सरकार सामाजिक सुरक्षा, जन कल्याण और गरीब की गरिमा के लिए है। गरीब की गरिमा के लिए संकल्प और गरीब की गरिमा के संस्कार, यही तो हमें प्रेरित करते हैं।
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