रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पैगंबर मोहम्मद के अपमान को 'अभिव्यक्ति की आजादी' का उल्लंघन बताया है। रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- पैगंबर मोहम्मद का अपमान करना अभिव्यक्ति की आजादी और इस्लाम के मानने वालों की भावनाओं का उल्लंघन करना है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बयान का स्वागत किया है।
पुतिन ने क्या कहा
पुतिन ने कहा कि कलात्मक आजादी को धार्मिक आजादी का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। अगर कोई लोगों की धार्मिक आस्था का अपमान करता है तो इससे चरमपंथ को बढ़ावा मिलता है। जैसा हम पेरिस में देख चुके हैं। इसके साथ ही पुतिन ने उन लोगों की आलोचना की जो दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए रूसी सैनिकों की तस्वीर बताकर नाजियों की तस्वीरें वेबसाइट्स पर पोस्ट कर रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने रूसी लोगों की तारीफ करते हुए उन्हें दूसरे देशों के मुकाबले काफी ज्यादा सहिष्णु बताया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बयान का स्वागत किया। एक सोशल मीडिया पोस्ट में इमरान खान ने कहा- पैगंबर का अपमान करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। मुस्लिम नेताओं को इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने के लिए इस संदेश को दुनिया भर के गैर-मुस्लिम नेताओं तक पहुंचाना चाहिए। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी इस बयान की तारीफ की है।
शार्ली हेब्दो से शुरु हुआ था विवादा
साल 2015 में फ्रांस में शार्ली हेब्दो नाम की एक मैगजीन ने पैगंबर मोहम्मद के कई कार्टून प्रकाशित किए थे। जिसके बाद चरमपंथियों ने हमला कर इसके एडिटर और पत्रकारों समेत कुल 12 लोगों की हत्या कर दी थी। इस मैगजीन ने कुछ वक्त पहले उन कार्टूनों को फिर से प्रकाशित किया था, जिसके बाद दुनिया भर के मुस्लिम देशों ने इसे इस्लाम और पैगंबर का अपमान बताते हुए विरोध दर्ज कराया था।
यूक्रेन के साथ जारी तनातनी
रूस और यूक्रेन के बीच फिलहाल बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। हाल ही में अमेरिका एक रिपोर्ट में दावा किया गया था रूस ने बॉर्डर पर 1 लाख सैनिक तैनात कर दिए हैं, और 2022 के शुरुआत में हमला कर सकता है। दूसरी तरफ, रूस ने इन आरोपों का खंडन किया। उसने कहा- हमारा यूक्रेन पर हमला करने का कोई प्लान नहीं है। तमाम आरोप गलत हैं।
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