Thursday, 22nd May 2025

हनीट्रैप गैंग मामले की इनसाइड STORY:MP पुलिस ने राजस्थान में की कई दिनों तक रैकी, गांव में डर था इसलिए बाजार में आते ही दबोचे; पूरा गांव इसी धंधे में

Tue, Oct 5, 2021 1:46 PM

मध्यप्रदेश के गुना पुलिस हनीट्रैप और फिर सेक्सटॉर्शन के मामले में राजस्थान दो आरोपी पकड़ लाई। पुलिस ने दोनों को रिमांड पर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं। सामने आया है कि पूरा गांव इस तरह के क्राइम में लिप्त है। कुछ लोग ब्लैकमेलिंग का काम करते हैं, तो कुछ उन्हें किराए पर बैंक खाता उपलब्ध कराते हैं। SP राजीव कुमार मिश्रा से आरोपियों के पकड़ने की पूरी कहानी, राजस्थान के गांव स्थिति, उनके सेक्सटॉर्शन के तरीके, उसके बचाव के बारे में जानिए...

एसपी के मुताबिक सेक्सटॉर्शन में दो तरह के गिरोह काम कर रहे हैं। एक तो वह है, जिनमें वास्तव में कोई महिला होती है। दूसरे वे गिरोह भी सक्रिय हैं, जिनमें महिला नहीं होती। ये लोग पहले से बनी हुई महिला की वीडियो का इस्तेमाल करते हैं। सिर्फ चंद सेकंड की वीडियो कॉल और सामने वाले की नग्न वीडियो बन जाती है।

SP ने बताया कि गुना में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के एक अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल किया गया था। इसकी शिकायत हुई थी। पिछले एक महीने से ही इन लोगों के पीछे पुलिस लगी थी। मोबाइल नंबर से इनकी लोकेशन तो ट्रैस हो गई थी। लोकेशन अलवर जिल के गोविंदगढ़ थाने के सेमरा खुर्द गांव का मिला। यहां से पुलिस टीम राजस्थान गई। पहले कई दिनों तक पुलिस ने रैकी की। पुलिस को पता था कि गांव के भीतर जाकर उन्हें पकड़ना मुश्किल है, इसलिए गांव के बाहर या बाजार में ही आरोपियों को पकड़ने की प्लानिंग की गई।

वहां पहुंचने से रैकी करने और आरोपियों को पकड़ने तक राजस्थान पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी, क्योंकि वहां की पुलिस के साथ भी गांव के अंदर जाने पर हंगामा होता। जैसे ही, एक दिन ये लोग बाजार में आए, पुलिस ने साजिद उर्फ सज्जी (21) पुत्र सहरीन खान और शाहिल (19) पुत्र हारुण खां को दबोच लिया। सोमवार को टीम दोनों आरोपियों को लेकर गुना आई।

15% पर बैंक खाते उपलब्ध कराने का धंधा भी

SP ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि पूरा गांव ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है। कुछ लोग सीधे इस तरह का क्राइम कर रहे हैं, तो कुछ उन्हें बैंक खाता उपलब्ध कराते हैं। मामले में भी आरोपियों के खाते में कोई राशि नहीं मिली है। जैसे ही, किसी के खाते में राशि आती, ये लोग 5 मिनट में रुपए निकलवा लेते। बैंक खाते 15 प्रतिशत पर इन्हें उपलब्ध कराए जाते थे।

ऐसे फंसाते हैं

गिरोह के लोग पहले फेसबुक पर रिक्वेस्ट भेजते हैं। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट हो जाती है, तो बात करना शुरू कर देते हैं। कई बार बिना रिक्वेस्ट भेजे मैसेंजर पर ही सीधे मैसेज भेज दिया जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति रुचि लेता है, तो उसे वाट्सऐप पर बात करने के लिए नंबर भेजते हैं। वाट्सऐव या मैसेंजर पर वीडियो कॉल आता है। इस दौरान दूसरी तरफ एक लड़की का अश्लील वीडियो साइबर अपराधी द्वारा दिखाया जाता है।

बातों में उलझाकर अश्लील हरकतें कराई जाती हैं। इसकी अपराधी द्वारा स्क्रीन रिकॉर्डिग कर लेता है। इसके बाद यही रिकॉर्डिंग बदमाश आपको भेजकर ब्लैकमेल करते हैं। पैसे नहीं देने के एवज में वह वीडियो आपके रिश्तेदारों एवं मित्रों को भेजने की धमकी दी जाती है।

सेक्सटॉर्शन से ऐसे बचें

  • मोबाइल पर अज्ञात महिला के नाम से आने वाली फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट नहीं करना है।
  • अन्य नंबर से आने वाली वीडियो कॉल पर कॉलर द्वारा अश्लील बातें करने पर कॉल को तुरंत कट कर देना है।
  • अगर मैसेंजर पर किसी महिला से बात कर भी रहे हैं, तो उसकी बातों पर गौर करें। जैसे ही, सामने वाली आईडी से कामुकता भरी या इस तरह की कोई बात होती है, तो चैट को कट कर दें।
  • जिस आईडी से रिक्वेस्ट आ रही है, उसकी पहले ही जांच-परख कर लें।
  • यदि किसी के साथ ऐसी घटना हो भी जाती है, तो पैसे ट्रांसफर न करें। इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें।

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