बालाघाट में जमीन की फौती, नामांतरण के नाम पर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम जबलपुर ने तहसील कार्यालय में पदस्थ पटवारी को रंगेहाथ दबोचा है। बुधवार को शिकायतकर्ता की शिकायत पर लोकायुक्त टीम तहसील कार्यालय पहुंची। जहां पूरी प्लानिंग के साथ पटवारी शैलेंद्र हरीनखेड़े (38) को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। मामले में लोकायुक्त टीम पटवारी की आर्थिक आमदनी की जांच करेगी।
सूचना के अनुसार, शिकायकर्ता जबलपुर निवासी अभय मेश्राम (24) की गायखुरी, बालाघाट में करीब 5 एकड़ जमीन है। उसके माता-पिता का निधन हो चुका है। उक्त जमीन का फौती नामांतरण के लिए अभय मेश्राम ने पटवारी शैलेंद्र हरीनखेड़े से कुछ दिन पूर्व संपर्क किया था।
इस कार्य के लिए पटवारी ने दो किस्तों में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। परेशान होकर अभय ने जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में मामले की शिकायत की। शिकायत की जांच करने के बाद बुधवार को लोकायुक्त की टीम बालाघाट कार्रवाई के लिए पहुंची। यहां जैसे ही पटवारी ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम 10 हजार रुपए ली और जेब में रखी, उसी दौरान टीम ने दबिश देकर उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। टीम ने पटवारी के दाहिने जेब से रिश्वत के रुपए बरामद किए।
लोकायुक्त निरीक्षक स्वप्निल दास ने बताया, अभय मेश्राम ने 13 जुलाई को लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर में शिकायत की थी। शिकायत की जांच करने के बाद पटवारी को 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। पटवारी जमीन की फौती नामांतरण करने के नाम पर रिश्वत मांग रहा था। मामले में पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है
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