Thursday, 22nd May 2025

COVID-19 वैक्सीन की पाॅवर को बनाए रखने के लिए बूस्टर शाॅट की आवश्यकता है? जानें AIIMS प्रमुख का जवाब

Sun, Jul 25, 2021 12:46 AM

दुनिया भर में कोविड-19 के अब नए वेरिएंट देखने को मिल रहे हैं, जिसमें से डेल्टा फिलहाल भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS के निदेशक डाॅ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में सेकेंड जनरेशन के कोविड-19 टीकों के साथ बूस्टर खुराक को अपनाना पड़ सकता है क्योंकि कोरोनावायरस का डेल्टा वेरिएंट दुनिया भर में फैल गया है और कई देशों में संक्रमण भी बढ़ा है।

ANI के साथ एक इंटरव्यू में डाॅ गुलेरिया ने कहा कि ‘‘ऐसा लगता है कि हमें शायद टीकों की बूस्टर खुराक की जरूरत है क्योंकि समय बीतने के साथ इम्यूनिटी भी कम होने लगती है। इस इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए एक बूस्टर खुराक की आवश्यकता है, जिससे कोरोना के नए वेरिएंट से बचा जा सके। यह बूस्टर खुराक दूसरी जनरेशन का टीका होगा।" गुलेरिया ने कहा कि ‘‘हमारे पास दूसरी जनरेशन के टीके होगें जो कोरोना के बदलते संस्करण से लड़ने में सहायक होगें।

जब पहली बार भारत में देखा गया और अब दुनिया भर में फैल रहा डेल्टा वेरिएंट ने उन लोगों को भी संक्रमित कर दिया है जो पहले से कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीनेशन करवा चुके हैं। कुछ देशों मे तो इस वेरिएंट ने एक बार फिर से टीकाकरण अभियानों में तेजी के साथ व्यवसायों, गतिविधियों और यात्रा पर प्रतिबंध लगाने एवं लाॅकडाउन पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। क्योंकि एक आबादी को सिर्फ एक ही बार टीका लगाया जा सकता है उसके बाद उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए बूस्टर की आवश्यकता होती है। गुलेरिया ने बताया कि बूस्टर शाॅट का ट्रायल पहले से ही चल रहा है, आपको शायद इस साल के अंत तक बूस्टर खुराक की आवश्यकता होगी।

बूस्टर खुराक को लेकर सरकार का कहना है कि इस महीने की शुरूआत में बूस्टर खुराक की आवश्यकता के बारे में एक ठोस निष्कर्ष पर आने में समय लग सकता है। जबकि "भारत बायोटेक" अपने बूस्टर शाॅट का परीक्षण कर रहा है, जो दो-खुराक टीकाकरण के बाद तीसरे शाॅट के रूप में दिया जा सकता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डाॅ बलराम भार्गव ने पिछले महीने कहा था कि ‘‘बूस्टर खुराक पर वैज्ञानिकों की रिसर्च जारी है’’।

अप्रैल में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से कोवैक्सिन के निर्माता ‘भारत बायोटेक’ को तीसरे शाॅट के लिए परीक्षण करने की अनुमति मिली, जिसे बूस्टर खुराक के रूप में उतारा जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार बूस्टर का ट्रायल चल रहा है जिसका रिजल्ट अगले माह आने की सभावना है और फाइनल नवंबर तक आने की उम्मीद है। इम्यूनिटी को बनाए रखने के लिए बूस्टर एक वार्षिक खुराक बन सकती है।

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