Friday, 23rd May 2025

10 घंटे में खुल गया बाप-बेटे का झूठ:भोपाल में कर्जदारों से पीछा छुड़ाने के लिए 1 लाख की लूट की कहानी बनाई; फिल्म 'दृश्यम' की तरह गवाह भी थे, बेटे के बयान से मात खा गया

Fri, Jul 23, 2021 3:40 PM

भोपाल के एक व्यक्ति ने अपने बेटे के साथ मिलकर कर्जदारों से पीछा छुड़ाने के लिए लूट की कहानी गढ़ी। पुलिस को भरोसा दिलाने के लिए उसने गवाह भी तैयार कर लिए, लेकिन उसका यह झूठ 10 घंटे में सबके सामने आ गया। पिता की कहानी से बेटे के बयान मेल नहीं खाए। पुलिस ने वारदात का खुलासा कर दिया। गवाह और कहानी बहुत कुछ फिल्म 'दृश्यम' की तरह थे, लेकिन बेटे के बयान अलग होने से मामले का खुलासा हो गया।

एएसपी दिनेश कौशल ने बताया, विदिशा के शमशाबाद में रहने वाले परमानंद मीणा (50) पिता नेताराम मीणा ने बुधवार रात उनके साथ लूट की रिपोर्ट की थी। उन्होंने बताया था, वह करीब एक लाख रुपए लेकर मंगलवार शाम वह बाइक से घर जा रहा था। अभी वह बरखेड़ी देव ग्यारह मील जोड़ के पास पहुंचे ही थे, तभी सिलेटी रंग की अल्टो कार के चालक व उसके दो साथियों ने उन पर हमला कर दिया। वह मारपीट कर उनसे 1 लाख 5 हजार रुपए लेकर भाग गए। दूसरे दिन उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुष्टि करने गवाह भी तैयार थे

परमानंद ने बताया, उन्होंने अपने गांव निपानिया चेतन की 11 बिस्वा जमीन जयनारायण मीणा के नाम रजिस्ट्री करवाई थी। इसके लिए उन्हें 1 लाख 25 रुपए मिले। उसमें से उसने 20 हजार रुपए भगवान सिंह से लिया कर्ज चुका दिया।

इस तरह पकड़ा झूठ

  • परमानंद ने शाम 6 बजे की जहां की घटना बताई, वहां किसी ने भी वारदात की पुष्टि नहीं की। भीड़-भाड़ होने पर भी पुष्टि नहीं करने से संदेह हुआ।
  • लूट के कई घंटों बाद रिपोर्ट लिखवाने के कारण भी संदेह हुआ।
  • परमानंद के बेटे रामबाबू के बयान अलग होने से वारदात के झूठे होने का संदेह पक्का हो गया।
  • पूछताछ में सामने आया कि परमानंद पर पहले से ही करीब ढाई लाख रुपए का कर्जा है।
  • परमानंद ने ही रामबाबू से कहा था कि लूट की कहानी सुनाने से कर्जदार कुछ दिनों के लिए शांत हो जाएंगे।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery