ग्वालियर प्रवास पर आए प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान- सिंधिया बिकाऊ हैं पर कहा कि जो सिंधिया हमेशा देने की बात करते हैं। उन पर यह आरोप निराधार है। हां मैं कहता हूं कि हमने मध्य प्रदेश में डंके की चोट पर सरकार को गिराया था। कमल नाथ की सरकार किसानों को धोखा दे रही थी। हर वर्ग के लोगों के साथ वादाखिलाफी कर रही थी। जिन मुद्दों पर वादा किया पलट रही थी।
कमल नाथ ने सिंधिया से कहा उतर जाओ सड़क पर तो हम उतर गए। कांग्रेस का कार्यकर्ता हो या मुख्यमंत्री उनके पास सिंधिया के खिलाफ बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है। इसलिए कुछ भी बोल रहे हैं। कांग्रेस खत्म हो गई है। यह बात उन्होंने पूर्व मंत्री व हिंदू वादी छवि के नेता जयभान सिंह पवैया से मुलाकात के बाद मीडिया से कही है।
ग्वालियर के प्रभारी मंत्री बनने के बाद जल संसाधन, मछुआ कल्याण व मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट दो दिवसीय दौरे पर पहली बार बुधवार को ग्वालियर आए हैं। सुबह 9 बजे उन्हें आना था, लेकिन वह 3 घंटे देरी से पहुंचे। अपने दौरे की शुरूआत उन्होंने राजमाता विजयाराजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर की।
साथ ही वह बोले हैं कि ग्वालियर सिंधिया जी का शहर है। यह विकास और प्रगति का मॉडल है। अब इसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी मुझ पर है। कोविड में आज जो जीरो का आंकड़ा आया है। वो इस शहर के आम लोगों और जनप्रतिनिधियों के समन्वय और प्रयास का सार्थक नतीजा है। बस अब हमें कोविड अनुकूल व्यवहार पर जोर देना है। प्रदेश के मुखिया ने इस कोविड काल में 18-18 घंटे जाग कर काम किया है। जल्द तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा करूंगा।
पानी के संकट पर बोले, बात कर रहा हूं
जब प्रभारी मंत्री सिलावट से पूछा गया कि ग्वालियर में मानसून आने के बाद भी बारिश नहीं हो रही है। तिघरा जलाशय सूख रहा है। चार साल बाद ऐसी स्थिति बनी है कि पंप कर अन्य डैम से पानी लाने की नौबत आ गई है। इस पर प्रभारी मंत्री का कहना है कि गुरूवार को इसी पर विभाग के साथ बैठक कर रहा हूं। तब एक-एक बिंदू पर चर्चा होगी और संकट से कैसे निपटा जाए बात होगी।
यहां-यहां पहुंचे और जाएंगे
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