संसद के बजट सेशन का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया। सदन की शुरुआत में ही विपक्ष ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का मुद्दा उठाया और उस पर चर्चा की मांग की। सभापति की मंजूरी नहीं मिलने के बाद विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और नेता सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। इसके बाद राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने सदन की कार्रवाई 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
खड़गे बोले- ईंधन पर टैक्स से सरकार ने 21 लाख करोड़ कमाए
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर चर्चा के लिए शून्यकाल स्थगित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पेट्रोल के दाम 100 रुपए और डीजल के दाम 80 रुपए से भी ज्यादा हो गए हैं। सरकार ने एक्साइज ड्यूटी और सेस के जरिए 21 लाख करोड़ रुपए कमाए हैं। यहीं वजह है कि किसान और पूरा देश आज महंगाई से जूझ रहा है।
8 अप्रैल तक चलेगा सेशन
राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही शाम 4 से 10 बजे तक चलेगी। यह सेशन 8 अप्रैल तक चलेगा। हालांकि, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, ऐसे में सत्र के इस भाग में कटौती करने पर विचार हो रहा है। पहला चरण 29 जनवरी से 28 फरवरी तक चला था।
सूत्रों के मुताबिक कई दलों के नेता बजट सत्र में कटौती पर सहमत हैं। सुझाव करीब दो हफ्ते की कटौती का दिया गया है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला आज सदन के नेताओं की बैठक में किया जा सकता है।
संसद अपडेट्स
संसद के कैम्पस में वैक्सिनेशन भी होगा
बजट सत्र के इस हिस्से में संसद परिसर में वैक्सीनेशन का इंतजाम भी किया गया है। टीकाकरण अभियान के बाद सुबह 11 बजे से दोनों सदनों की एक साथ बैठक हो सकती है। कोरोना महामारी के कारण संसद की बैठक दो हिस्सों में हो रही है। राज्यसभा की बैठक सुबह और लोकसभा की बैठक शाम को होती है।
पहले चरण में 99.5% काम हुआ था
बजट सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा में 99.5% काम हुआ था। इस दौरान, लोकसभा कार्यवाही 50 घंटे की जगह 49.17 मिनट चली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 16.39 घंटे तक चली। बजट पर चर्चा के लिए 10 घंटे तय थे, लेकिन सदन में बहस 14 घंटे तक हुई।
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