भोपाल की जेल से एक कैदी फरार हो गया। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे नाश्ते के बाद कैदियों की गणना करने पर एक बंदी के फरार होने का पता चला। वह धोखाधड़ी के मामले में सजा भुगत रहा था। उसे केंद्रीय जेल गांधीनगर में दाखिल करने के पहले अरेरा हिल्स स्थित पुरानी जेल में 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया था। बंदी के भागने का पता चलते ही जेल प्रशासन ने तत्काल आरोपी की तलाश शुरू कर दी और उसके खिलाफ अरेरा हिल्स थाने में मामला भी दर्ज करा दिया है।
केंद्रीय जेल भोपाल के उप अधीक्षक जेल पीडी श्रीवास्तव ने बताया कि बैरसिया थाना क्षेत्र में रहने वाला लक्ष्मण सिंह राजपूत पिता शेर सिंह राजपूत (32) को एक मामले में 4 नवंबर 2020 में 1 साल की सश्रम कारावास और कुल 13 लाख 13 हजार 435 रुपए का अर्थदंड लगाने की सजा दी गई थी।
इसी मामले में करीब दो सप्ताह पहले पेशी पर पहुंचने पर पुलिस ने उसे अन्य मामलों में गिरफ्तार कर लिया। लक्ष्मण पर धोखाधड़ी एवं चेक बाउंस के कुल 6 मामले लंबित हैं। पुलिस ने रिमांड लेने के बाद करीब 15 दिन के पहले अरेरा हिल्स स्थित भोपाल की पुरानी जेल में दाखिल कराया।
यहां उसे क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था। सुबह करीब 10 बजे नाश्ता करने के लिए सभी बंदियों और कैदियों को बाहर निकाला गया था। करीब 11 बजे पुलिस ने नाश्ते के बाद जब सभी की गणना की, तो लक्ष्मण गायब था। पहले तो जेल में ही उसकी तलाश की गई, लेकिन जब उसका पता नहीं चला, तो उसकी शिकायत अरेरा हिल्स थाने में की गई।
पुलिसकर्मियों की लापरवाही से भागा
जेलर श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि प्रहरियों की लापरवाही के कारण वह भागने में कामयाब हो गया। इसमें पुलिसकर्मियों से चूक हुई है। जिसके कारण वह भागने में सफल हो गया। हालांकि उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि वह कैसे फरार हुआ?
सभी कैदियों को अप्रैल से यहां रखा जा रहा
कोरोना के कारण कैदियों को सीधे मुख्य जेल में दाखिल नहीं किया जा रहा है। जेल के निर्देश पर सभी पुरानी जेल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है। यहां अप्रैल से कैदियों को यहां पर 14 से 15 दिन के लिए रखा जा रहा है। सभी का कोरोना टेस्ट भी कराया जाता है। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही क्वॉरेंटाइन दिन पूरे होने के बाद ही केंद्रीय जेल गांधी नगर में दाखिल किया जाता है।
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