अखबार की आड़ में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी के मामले में डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की जांच रिपोर्ट के आधार पर तुकोगंज थाने में गुटखा माफिया किशोर वाधवानी और उसके भतीजे नितेश के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
DGGI कार्यालय के अंकुल बारिया की शिकायत पर किशोर और नितेश के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी IPC के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में DGGI ने ऑपरेशन कर्क चलाकर 16 जून 2020 को किशोर को मुंबई से गिरफ्तार किया था। 50 दिन जेल में रहने के बाद कोर्ट से उसे जमानत मिली थी।
DGGI की जांच में खुलासा हुआ था कि अखबार का स्टिकर लगे कई वाहनों की आड़ में पान मसाला की सप्लाई की जा रही थी। पुलिस का कहना है कि आवेदन के आधार पर केस दर्ज किया गया है। विवेचना पूरी कर आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मामले में सहयोगी संजय माटा, विजय नायर, अशोक डागा और अमित बोथरा को भी गिरफ्तार किया गया था। सांवेर रोड पर एएए इंटरप्राइजेस नाम से कंपनी नायर, विष्णु एसेंस का संचालन अशोक डागा और अमित बोथरा करते हैं। दोनों पान मसाले, गुटखे का उत्पादन कर नायर को देते हैं। नायर इसे मप्र के साथ महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों में कच्चे में बेचाता है। सौ रुपए में से केवल 20 रुपए का कारोबार ही नंबर एक में होता है।
वाधवानी के घर प्रेम नगर में छापा मारने टीम डिप्टी डायरेक्टर कीर्ति तिवारी के नेतृत्व में पहुंची तो वाधवानी के गुर्गों ने टीम पर हमला भी किया था। इसके बावजूद कीर्ति तिवारी की टीम ने जान पर खेलकर कार्रवाई को अंजाम दिया। जूनी इंदौर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई।
यह था मामला: किशोर वाधवानी द्वारा मात्र एक साल में ही 512 करोड़ रुपए की कर चोरी को अंजाम दिया गया था। DGGI की टीम द्वारा पान मसाले में 242 करोड़ और सिगरेट में 270 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा किया गया था। यह कर चोरी अप्रैल 2019 से मई 2020 तक की थी।
अब वाधवानी गैंग के सभी आरोपियों के पांच सालों के रिटर्न खंगाले गए थे। साथ ही पैकिंग मटेरियल सप्लायर और ट्रांसपोर्टर से पूछताछ कर पांच साल के परिवहन व माल सप्लाय की जानकारी जुटाई गई थी। DGGI विभागीय अफसरों को आशंका है कि पांच साल का आंकड़ा जोड़ने पर टैक्स चोरी 500 करोड़ से ऊपर पहुंचेगी।
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