Sunday, 13th July 2025

मां तूने ऐसा क्यों किया:खरगोन में महिला ने दो बेटों को जहर देकर खुद भी खाया, अस्पताल लेकर जाते समय मां की मौत, दोनों बच्चों की हालत गंभीर

Fri, Feb 12, 2021 6:11 PM

  • घटना खरगोन जिले के भगवानपुरा तहसील के पास पिपल्यापावड़ी गांव की
 

खरगोन में एक महिला ने अपने दो बच्चों को जहर देने के बाद खुद भी जहर पी लिया। मां ने अस्पताल लाते समय दम तोड़ दिया, जबकि गंभीर हालत में गुरुवार देर रात दो बच्चों को एमवाय अस्पताल इंदौर में भर्ती किया गया है। यह जानकारी नहीं लग पाई है कि महिला ने ऐसा कदम क्यों उठाया। दोनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।

मां गया बाई ने खरगोन अस्पताल पहुंचे के पहले ही दम तोड़ दिया।
मां गया बाई ने खरगोन अस्पताल पहुंचे के पहले ही दम तोड़ दिया।

जिला अस्पताल चौकी प्रभारी तेजराम निरगुडे ने बताया कि घटना खरगोन जिले के भगवानपुरा तहसील के पिपल्यापावडी की है। 28 साल की गयाबाई पति अमर सिंह की जहर खाने से मौत हो गई है। वहीं, उसके एक साल के बेटा आशीष और 5 साल के बेटे गणेश को गंभीर हालत में इंदौर एमवाय अस्पताल भिजवाया गया है। जहर के प्रभाव में उसका पति भी आ गया था, जिसका खरगोन अस्पताल में इलाज करवाया गया। महिला ने यह कदम क्यों उठाया इसकी जांच की जा रही है।

पड़ोसी मयाराम गणेश और आशीष को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचा।
पड़ोसी मयाराम गणेश और आशीष को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर पहुंचा।

निरगुडे के अनुसार घटना गुरुवार दोपहर 3 बजे की है। पति अमर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह, पिता भुवन और परिवार के अन्य सदस्य खेत पर काम कर रहे थे। पत्नी बेटी और दो बेटों के साथ घर पर थी। दोपहर में पत्नी ने घर पर रखी कपास में छिड़कने वाली मोनो कोटो दवाई खा लिया। इतना ही नहीं दोनों बच्चों को भी दवाई खिला दी। मां और बच्चों की हालत बिगड़ती देख बेटी तारा दौड़ती हुई खेत पर आई और हमें घटना की जानकारी दी। इसके बाद मैं दौड़कर घर पहुंचा।

अमर ने बताया कि मुझे तेजी से भागता देख मेरे दादा का बेटा हीरू भी मेरे पीछे दौड़कर घर आ गया। यहां पर पत्नी बेहोश पड़ी थी। बच्चे भी एक तरफ पड़े हुए थे। तत्काल पड़ोसी और भाई की मदद से निजी वाहन से तीनों को जिला अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में पत्नी को डाॅक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, दोनों बच्चों की हालत गंभीर होने पर इंदौर रैफर कर दिया। पुलिस के अनुसार दवाई के प्रभाव में पति अमर भी आ गया है। उसकी 8 साल पहले भगवानपुरा के नांदरी गांव में रहने वाली गया बाई से हुई थी।

बच्चों को इंदौर लेकर आए पड़ोसी मयाराम ने बताया कि मां ने पहले दवा पी और फिर अपने दोनों बच्चों को भी पिला दी। हालत बिगड़ी तो हम उन्हें अस्पताल लेकर आए। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया इसकी जानकारी हमें नहीं है।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery