शाहगंज से 15 किमी दूर गुरुवार सुबह करीब 5 बजे डुंगरिया गांव के खेत पर बने एक टप्पर में अपने बच्चों के साथ सो रही 55 वर्षीय महिला पर बाघ ने हमला बोला और घसीटते हुए 250 मीटर तक ले गया और फिर मार डाला। बाघ महिला का पेट खा चुका था, जांघ खा रहा था तभी वन विभाग की टीम और शाहगंज पुलिस मौके पर पहुंची तो भी बाघ नहीं डरा और वहीं बैठा रहा। उसे भगाने के लिए पहले पटाखे और बाद में आंसू गैस के गोले छोड़े तब जाकर वह वहां से भागा।
वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है। शाहगंज के पास डुंगरिया बीट में महिला गेंदा बाई (55) अपने दो छोटे बच्चों के साथ खेत में सो रही थी तभी बाघ ने हमला किया। महिला का पति आप सिंह दूसरे खेत पर सो रहा था। दोनाें खेत की रखवाली का काम करते हैं।
सुबह घटना के बारे में वन विभाग और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और शाहगंज पुलिस ने महिला की तलाश शुरू की तो घटना स्थल से करीब 250 मीटर दूर महिला का शव दिखाई दिया लेकिन वहां पर बाघ मौजूद था। बाघ टीम को देखकर भी भागा नहीं।
पटाखे चलाने के साथ आंसू गैस के गोल छोड़े तो भागा बाघ
वन विभाग की टीम ने बाघ को भगाने के लिए पटाखे चलाए। जब नहीं भागा तो फिर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस आवाज से बाघ वहां से भाग गया। इसके बाद महिला के शव को वहां से उठाकर पीएम के लिए भेजा गया। इस संबंध में रेंजर शिवपाल पिपरदे ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। 15 कर्मचारियों की एक टीम मॉनीटरिंग कर रही है। टीआई शाहगंज नरेंद्र कुलस्ते ने बताया कि दोपहर 12 बजे बाघ को भगाने के लिए दो आंसू गैस के गोल छोड़े गए तब जाकर वह वहां से भागा
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