पति-पत्नी के बीच विवाद आम बात है, लेकिन फैमिली कोर्ट में एक ऐसा केस आया जिसमें पति ने विवाद के दौरान पत्नी से कह दिया- शुक्र मनाओ कि मैंने तुमसे शादी कर ली। नहीं तो बिना शादी के रह जाती। यह बात पत्नी को इतनी बुरी लगी कि उसने मायके आकर मैट्रिमोनियल साइट पर अपनी शादी का विज्ञापन दे दिया। विज्ञापन में लिखा कि तलाक का इंतजार है। इसकी जानकारी पति को जब लगी तो उसने दोनों बच्चों की कस्टडी और पत्नी से तलाक के लिए केस लगा दिया। जज योगेश दत्त शुक्ला दंपती की 12 साल पुरानी शादी को बचाने की कोशिश कर रहे है। उनके निर्देश पर काउंसलिंग कराई जा रही है।
पत्नी बोली- सार्वजनिक रूप से किया अपमान इसलिए दिया विज्ञापन
पति मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है, जबकि पत्नी हाउस वाइफ है। इनकी शादी 2008 में हुई थी। इनके 10 और 8 साल के दो बेटे हैं। पत्नी ने बताया कि पति ताना देता था कि वह तो मैं हूं,जिसने तुमसे शादी कर ली। कोई दूसरा तुम्हें पसंद तक नहीं करता। पहले तो तानों को यह सोचकर इग्नोर किया कि सब ठीक हो जाएगा। हद तो तब हो गई जब पति ने सार्वजनिक रूप से अपमान किया। इसके बाद उसने मायके आकर शादी का विज्ञापन किया। यह जानने के लिए कि वास्तव में कोई उससे शादी करता भी है या नहीं।
पति का आरोप- पत्नी नहीं रहना चाहती है संयुक्त परिवार में
पति ने बताया कि वह पश्चिमी बंगाल में रहता है और उसका संयुक्त परिवार है। पत्नी हमेशा उसे परिवार से अलग रहने का दबाव बनाते हुए लड़ाई करती थी। वह अक्सर बच्चों को लेकर चली जाती है। इस बार वह अपने साथ एक बच्चे को लेकर गई। सोचा गुस्सा शांत होने पर लौट आएगी। लेकिन वह इस तरह का कदम उठाएगी, उसके बारे में कभी नहीं सोचा। पति ने कहा दोस्तों के अलावा उसके परिवार वालों ने भी पत्नी की शादी का यह विज्ञापन देखा है। इससे उसकी और परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है।
काउंसलर बोलीं- उम्मीद है कि पति-पत्नी के बीच हो जाएगी सुलह
पत्नी ने जो कदम उठाया, वह ठीक नहीं है। बच्चों के भविष्य को देखते हुए कोर्ट ने मामले में काउंसलिंग कराई है। इस मामले में दोनों के बीच समझाया जा रहा है। हालांकि काउंसलिंग में दोनों को बच्चों के हित को देखने की सलाह दी है। उम्मीद है कि समझौता हो जाएगा।
नुरुन्निसा खान, काउंसलर, फैमिली कोर्ट
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