रांझी क्षेत्र में 55 वर्षीय महिला की आत्महत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। महिला पति, जेठ व जेठानी की प्रताड़ना से तंग आ गई थी। बीते 33 सालों में वह रोज तिल-तिल कर मर रही थी। आखिर में उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस ने ठीक एक महीने बाद मामले में आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
दरवाजा तोड़कर निकाला गया था शव
जानकारी के अनुसार छह जनवरी की सुबह 11 बजे तुलसा बाई (55) ने फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली थी। उसका शव बंद कमरे में लटका मिला था। उसके भतीजे आकाश व विकास ने दरवाजा तोड़कर शव को निकाला था। पति हर नारायण चौधरी ने इसकी सूचना थाने में दी थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया था।
33 सालों से घुट-घुट कर जी रही थी जिंदगी
टीआई आरके मालवीय ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि तुलसाबाई की शादी 1987 में हुआ था। शादी के बाद से ही पति हरिनारायण, जेठ सूरज और जेठानी ऊषा चौधरी उसे प्रताड़ित करने लगे थे। उसे छोटी-छोटी बातों पर परेशान करते थे। पिछले 33 सालों से ये सब चलता रहा। उसे अक्सर मारपीट कर घर से निकाल देते थे।
पति सहित दो गिरफ्तार
आखिर में उसने छह जनवरी को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मायके वाले और बेटे के बयान के आधार पर एक महीने बाद 5 फरवरी को तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी पति हरिनारायण और उसके भाई सूरज को गिरफ्तार कर लिया है।
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