राजधानी के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को कोवैक्सीन का ट्रायल टीका लगवाने वाले 47 साल के वॉलंटियर दीपक मरावी की मौत के 44 दिन बाद विसरा रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में इथाइल अल्कोहल और एसिडिटी की दवा ओमेप्रोजॉल मिली है। उसके विसरा में किसी प्रकार का जहर नहीं पाया गया है। ये हकीकत क्षेत्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला भोपाल तैयार की गई विसरा की जांच रिपोर्ट में सामने आई है।
रिपोर्ट पुलिस विभाग के वरिष्ठ अफसरों को सौंप दी गई है। हालांकि एसपी नार्थ विजय खत्री ने रिपोर्ट पर मेडिको लीगल के डॉक्टर्स का ओपनियन मांगा है। एसपी खत्री ने बताया कि चूंकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स की टीम मरावी के शव का पीएम किया था। जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि होना बताया गया था।
इसलिए दोबारा उनको भी विसरा रिपोर्ट भेज दी गई है। ये पता लगाया जाएगा कि मौत का कारण इथाइल एल्कोहल के ज्यादा सेवन से होना है या फिर ओमेप्रोजॉल दवा की वजह से उसकी मौत हुई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि वॉलंटियर दीपक की 21 दिसंबर को मौत हो गई थी। मरावी टीला जमालपुरा स्थित सूबेदार कॉलोनी में अपने घर में मृत मिले थे। 22 दिसंबर को उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि हुई थी।
एक्सपर्ट कमेंट- ओमेप्रोजॉल नहीं हो सकती, लेकिन इथाइल एल्कोहल ज्यादा सेवन से हो सकती है मृत्यु....
डिपार्टमेंट ऑफ फार्माकोलॉजी के प्रोफेसर एवं एचओडी डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि ओमिप्रोजॉल एसिडिटी की दवा है। इसका सेवन लोग हायपर एसिडिटी होने पर करते हैं। डॉक्टर्स इस दवा पेट में खाने के बाद होने वाली जलन न हो इसके लिए लिखते हैं। कई बार कुछ लोग इस दवा को शराब पीने के बाद होने वाली एसिडिटी के लिए लेते हैं। इस दवा से किसी की डेथ नहीं होती है। न ही ऐसा मामला अभी कहीं पर सामने आया है। रही बात इथाइल एल्कोहल की तो इसके ज्यादा सेवन से उल्टी होती हैं। बीपी बढ़ सकता है, शुगर बढ़ जाती है और ज्यादा इसका सेवन से व्यक्ति कोमा में जा सकता है। साथ ही उसका रिस्पायरेटी फेलियर हो सकता है। इससे व्यक्ति की डेथ का अंदाजा है।
बेटे का दर्द..पापा ने वैक्सीन क्यों लगवाई, हमें क्यों नहीं बताया इस बात का दुख रहेगा
दीपक मरावी के बेटे आकाश मरावी ने दैनिक भास्कर से कहा कि पिता की मौत हो चुकी है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। शुरूआत में अफसर और नेताओं ने सुध ली। प्रशासन ने दो लाख रुपए दिए हैं। छोटे भाई के दिल में छेद है। अब पिता के जाने के बाद उसका इलाज कैसे होगा। पिता ने एक नेक काम के लिए वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन उन्होंने पहले घर वालों को नहीं बताया। पापा पहले शराब पीते थे, लेकिन उसके बाद बंद कर दी थी। विसरा रिपोर्ट हमे नहीं मिली है। गुरुवार को पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट के बारे में पता करुंगा ।
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