छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन शनिवार सुबह से शुरू हो गया है। रायपुर में अंबेडकर अस्पताल की सफाई कर्मचारी तुलसा तांडी को प्रदेश में पहला वैक्सीन लगाया गया। वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद CM भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा-सब्बो झन सुखी होवय, सब्बो झन रोग मुक्त राहय, सब्बो झन मंगल के साक्षी बनए, अऊ कोनो ला दुख के भागी झन बनना परए। टीकाकरण के सुरुआत इही मंगल कामना संग।
वहीं बिलासपुर में जिला अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मी भुई किसी कारणवश टीकाकरण में नहीं आ सकीं। इसके चलते जानू भाई के साथ ही सिम्स के रामनाथ को पहला टीका लगाया गया है। जबकि स्तर में सफाई कर्मचारी के इनकार करने के बाद स्टाफ नर्स दीपिका ठाकुर को पहली वैक्सीन दी गई है।
एक वैक्सीनेटर, एक दिन में 100 लोगों को लगाएगा टीका
प्रदेश में 2.67 लाख हेल्थ केयर वर्कर को सबसे पहले टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन कोविशील्ड के 3.23 लाख टीके उपलब्ध कराए गए हैं। वैक्सीनेशन के लिए 7116 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। रायपुर और बिलासपुर में पहले दिन 400 वैक्सीन लगेंगे।
प्रदेश में इसके लिए 97 सेंटर बनाए गए हैं, जहां पर वैक्सीन के 5 हजार टीके के डोज लगाए जाएंगे। सबसे ज्यादा 23 केंद्र बस्तर संभाग में टीकाकरण के लिए बनाए गए हैं। वैक्सीनेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच के तुरंत बाद शुरू हो जाएगा। इसको लेकर सेंटर्स पर तैयारी पूरी कर ली गई है।
बस्तर : सफाई कर्मचारी रहमती ने वैक्सीनेशन से किया इनकार
वहीं बस्तर में भी टीका करण की शुरुआत हो गई है। जिला अस्पताल की सफाई कर्मचारी रहमती को टीकाकरण के लिए चुना गया था, लेकिन उसने इनकार कर दिया। रहमती का कहना है कि उसका उपवास है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह वैक्सीनेशन को लेकर काफी डरी हुई है। प्रशासन की ओर से जारी ब्रोशर को पढ़ने के बाद ज्यादातर लोग वैक्सीनेशन से पीछे हट रहे हैं। रहमती के इनकार के बाद अब महारानी अस्पताल की स्टाफ नर्स दीपिका ठाकुर को पहली वैक्सीन दी गई है।
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