Monday, 14th July 2025

खुलासा:टीके से सेहत बिगड़ने की बात बताई तो अस्पताल की गाड़ी आना ही बंद हो गई

Sun, Jan 10, 2021 5:22 PM

  • टीके से सेहत बिगड़ने की बात बताई तो अस्पताल की गाड़ी आना ही बंद हो गई
  • को-वैक्सीन ट्रायल के दौरान वॉलिंटियर्स को कई शिकायतें...
 

भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की काेवैक्सीन के थर्ड फेज के ट्रायल के दौरान टीका लगवाने के लिए बस्ती में लोगों की काउंसलिंग करने दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक रोज पीपुल्स अस्पताल की गाड़ी आती थी।

बस्ती के लोग, टीका लगवाने के लिए तैयार हो जाएं, इसके लिए एक-एक घंटे तक एक-एक व्यक्ति को क्लीनिकल ट्रायल के बारे में बताते थे, लेकिन जब से टीके का पहला डोज लगने के बाद सेहत बिगड़ने की बात वॉलिंटियर्स ने ट्रायल टीम के डॉक्टरों को बताई, तब से अस्पताल की गाड़ियों का आना बंद हो गया है। यह खुलासा तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल शंकर नगर और उड़िया बस्ती के वॉलिटियर्स ने शनिवार को मीडिया से चर्चा के दौरान किया है।

दोनों बस्तियों के 10 से ज्यादा वॉलिंटियर्स ने वैक्सीन के पहले डोज के बाद सेहत बिगड़ने के कारण दूसरा डोज लगवाने से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं, ट्रायल वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके कई वॉलिंटियर तबीयत बिगड़ने के बाद भी पीपुल्स मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए नहीं गए हैं। लेकिन, क्लीनिकल ट्रायल टीम की ओर से रोजाना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए कॉल आ रहे हैं।

गाड़ी वाले आवाज लगाते थे- टीका लग रहा है, पैसे भी मिलेंगे

10 दिसंबर को टीका लगा था। पीपुल्स मेडिकल कॉलेज की गाड़ी आई थी। उसमें से आवाज लगा रहे थे कि कोरोना का टीका लग रहा है और उसके बदले पैसे भी मिलेंगे, इसलिए मैं गया था। टीका लगने के कुछ दिन बाद तबीयत खराब होने लगी। अस्पताल से फोन आया तो इसकी जानकारी दी। बुखार और सर्दी-खांसी हो रही थी। अभी पहले से आराम है।

-जितेंद्र सिंह, टिंबर नगर

टीका लगने के बाद से ही पेट में दर्द है

मजदूरी के लिए कोई काम नहीं दे रहा है। सोचा रुपए भी मिल रहे हैं और टीका भी लग जाएगा, इसलिए 10 दिसंबर को टीका लगवाया। कुछ दिन बाद ही बीमार हो गया। पेट दर्द और दूसरी समस्याएं होने लगी हैं। रविवार को दूसरा टीका लगना है, लेकिन मैंने इनकार कर दिया है। मेरे घर में 5 लोगों को टीके का पहला डोज लगा था।

-मोहन लाल जाटव, उम्र 37 साल , शंकर नगर

कंधे में दर्द है, अब हाथ में सूजन भी आ गई है

5 दिसंबर को पहला टीका लगाया था। बताया गया था कि इसे लगाने के बाद कोरोना नहीं होगा। 750 रुपए दिए गए थे। आसपास के सारे लोग टीका लगवाने के लिए जाते थे। उन्हें देखकर ही मैं गई थी, लेकिन पहला टीका लगने के बाद से कंधे में दर्द शुरू हो गया। दूसरा टीका 3 जनवरी को लगा। इसके बाद से कंधे में सूजन आ गई है।

-हीरा बाई, उम्र 36 साल, शंकर नगर

750 रुपए के चक्कर में बीमार और हो गए

मैं 21 दिसंबर को टीका लगवाने गया था। इसके बाद दूसरा टीका 18 जनवरी को लगना था, लेकिन नहीं गया। इसकी वजह पहला टीका लगने के बाद ही तबीयत खराब होने लगी। चक्कर आने लगे, बुखार आ गया। 750 रुपए के चक्कर में गया था, लेकिन क्या पता था कि तबीयत खराब हो जाएगी।

-मान सिंह परिहार, उम्र 70 साल, उड़िया बस्ती

सफाई- किसी ने नहीं किया दूसरा डोज लगवाने से मना

वायरल हुआ डीन का इस्तीफा

क्लीनिकल ट्रायल में शामिल वॉलिंटियर दीपक मरावी की मौत का मामला शनिवार को सामने आने के बाद दोपहर में पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित का इस्तीफा वायरल हुआ। इसके दो घंटे बाद डॉ. दीक्षित ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस्तीफे को फर्जी बताया। साथ ही उन्होंने दैनिक भास्कर से चर्चा के दौरान कहा- मैं पीपुल्स में बतौर डीन कार्यरत हूं। मैंने संस्थान से इस्तीफा नहीं दिया है।

सभी को लगवा रहे हैं दूसरा डोज

क्लीनिकल ट्रायल में शामिल कई वालिंटियर्स द्वारा सेहत बिगड़ने के बाद ट्रायल वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने से इनकार करने की बात गलत है। अब तक पहला डोज लगवा चुके एक भी वॉलिंटियर ने दूसरा डोज लगवाने से इनकार नहीं किया है। टीके का पहला डोज लगाने के 28 से 30 दिन के बीच वॉलिंटियर को दूसरा टीका लगाने का ट्रायल का प्रोटोकॉल है।

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