उज्जैन में कोविड-19 वैक्सिनेशन का ड्राइ रन मॉक ड्रिल सबसे पहले बीएमसी नर्सिंग कॉलेज की टीचर सुषमा योहान पर किया गया। शुक्रवार सुबह 10 बजे मॉकड्रिल शुरू हुआ। सुषमा को सबसे पहले वेटिंग रूम में बैठाया गया। फिर उन्हें वैक्सिनेशन रूम में बुलाया गया। वहां स्टाफ ने कोविन ऐप में उनके नाम और आइडेंटिफिकेशन चेक की। उसके बाद उन्हें वैक्सीन लगाई गई। वैक्सिनेशन के बाद उनसे पूछा गया कि आपको कैसा महसूस हो रहा है। जब उन्होंने जवाब दिया कि अच्छा तो उन्हें आब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक रुकने को कहा गया। यहां भी उनके हावभाव नजर रखी गई। आधे घंटे बाद जब उन्होंने किसी तरह की परेशानी नहीं बताई तो उन्हें जाने दिया गया। इस तरह से उज्जैन में वैक्सिनेशन का पूर्वाभ्यास यानि मॉकड्रिल हुआ। बीएमसी कॉलेज के साथ ही उज्जैन में पुष्पा मिशन हॉस्पिटल और तराना सीएचसी पर भी मॉकड्रिल की गई।
बीएमसी कॉलेज में 29 लोगों पर टीकाकरण का हुआ पूर्वाभ्यास
सीएमएचओ डॉ महावीर खंडेलवाल ने बताया कि बीएमसी कॉलेज में 29 लोगों पर वैक्सिनेशन को पूर्वाभ्यास किया गया। सभी कॉलेज के स्टाफ ही थे। इनके नाम पहले से कोविन ऐप में रजिस्टर्ड हैं।
दूसरे चरण में 25 हजार से अधिक लोगों का होगा टीकाकरण
डॉ खंडेलवाल ने बताया कि पहले चरण में 12448 लोगों का टीकाकरण होगा। ये सभी हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि एक हफ्ते के भीतर ही वैक्सीन आ जाएगी और पहले चरण में रजिस्टर्ड लोगों का वैक्सिनेशन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में पुलिस, सेना और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोगों को वैक्सीन लगेगी। इसमें 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी शामिल किया गया है। दूसरे चरण का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। तीसरे चरण में गंभीर बीमारियों से ग्रसित और आम लोगों का टीकाकरण होगा।
500 टीम लगाएगी वैक्सीन
सीएमएचओ डॉ खंडेलवाल ने उम्मीद जताई है कि एक हफ्ते के भीतर उज्जैन को वैक्सीन मिल जाएगी। उज्जैन में पांच सौ टीम को प्रशिक्षित किया जा चुका है। एक टीम को एक दिन में 100 लोगों का टीकाकरण करना होगा। उन्होंने बताया कि इस तरह से पहले चरण के लोगों को एक या दो दिन में ही कवर कर लेंगे। उसके 10 दिन के बाद दूसरे चरण का वैक्सिनेशन शुरू होगा।
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