Saturday, 24th May 2025

मॉर्डन न्यूरो साइकेट्रिस्ट सेंटर का शुभारंभ आज

Mon, Dec 28, 2020 7:40 PM

 

- सेंटर में उपलब्ध होगी मानसिक बीमारियों और मनोविकारों में उपयोग होने वाली आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों की सुविधा।

भोपाल। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग तनाव व अवसाद के शिकार होकर आत्मघाती कदम उठाने से भी नहीं चूके रहे। ऐसे लोगों को मानसिक रूप से सशक्त कर उन्हें लाइफ मैनेजमेंट के गुण सीखने की सख्त जरूरत होती है। ऐसी ही वैचारिक क्रांति के लिए प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त न्यूरो साइकेट्रिस्ट डॉ. आर.एन. साहु द्वारा मॉर्डन न्यूरो साइकेट्रिस्ट सेंटर की स्थापना की गई है।

अपनी ही तरह के इस सेंटर का शुभारंभ रविवार, 27 दिसंबर को सुबह 10:30 बजे मुख्य अतिथि चिकित्सा शिक्षा व भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास कैलाश सारंग द्वारा किया जाएगा। वहीं विशेष अतिथियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, सुनील सूद और स्थानीय पार्षद मनोज राठौर उपस्थित रहेंगे।

इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. आर.एन. साहु ने बताया कि इस सेंटर में विभिन्न प्रकार की मानसिक बीमारियों और मनोविकारों में उपयोग होने वाली आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इनमें मुख्य रूप से आरटीएमएस थैरेपी, कीटामिन थैरेपी, स्लीप लैब, बायो फीडबैक, विभिन्न प्रकार के साइकोलॉजिक टेस्ट, नार्को एनॉलिसिस, ड्रग टेस्टिंग, बिहेवियर थैरेपी, ईईजी टेस्ट आदि शामिल हैं।

डॉ. साहु ने आगे बताया कि आरटीएमएस थैरेपी में इलेक्ट्रो मैगनेटिक वेव्स के माध्यम से बिना दवाईयों के दिमाग के विभिन्न रोगों को ठीक किया जाता है। खासकर डिप्रेशन, जिसमें 15 फीसदी से अधिक लोग आत्महत्या कर लेते हैं। उसमें भी इस थैरेपी के द्वारा त्वरित इलाज संभव है। यही नहीं, ड्रग एडिक्शन, ओसीडी, स्ट्रोक जैसी समस्याओं में भी ये पद्धति बेहद कारगर है। इसके अलावा डिप्रेशन में कीटामिन थैरेपी का उपयोग भी किया जाता है। अनिद्रा और अन्य स्लीप डिसऑर्डर जैसे नींद में चलना, नींद में बड़बड़ाना, नींद में घर छोड़कर चले जाना आदि के निदान के लिए स्लीप लैब का निर्माण किया गया है। इस लैब में मरीज को पूरी रात रखकर उसके विभिन्न फिजियोलॉजिकल फंक्शंस का अध्ययन किया जाता है। इसके माध्यम से बीमारी की पहचान कर उचित इलाज किया जाता है।

उन्होंने आगे बताया कि सेंटर में बायो फीडबैक की विशेष सुविधा उपलब्ध है। इसमें मरीज को अपने स्वंय के फिजियोलॉजिकल फंक्शंस को कंट्रोल करना सीखाया जाता है। यह पद्धति ब्लड प्रेशर, हाईपर टेंशन, सर दर्द, टेंशन आदि में काफी कारगर है। यही नहीं, सेंटर में विभिन्न प्रकार के साइकोलॉजिकल टेस्ट की सुविधा भी है। इसमें व्यक्ति का आईक्यू असेसमेंट, एप्टीट्यूड असेसमेंट, एटीट्यूड असेसमेंट, डेवलपमेंट असेसमेंट आदि को विभिन्न टेस्ट्स के माध्यम से किया जाता है। सेंटर में नार्को एनॉलिसिस की भी व्यवस्था है, जिसमें व्यक्ति को दवाई से हिप्नोटाइज करके उसकी परेशानियाें व समस्याओं के बारे में पता किया जाता है। इस अवस्था में व्यक्ति उन बातों को पता पाता है, जिनके बारे में वो चेतन अवस्था में नहीं बात करता है। इस पद्धति का उपयोग हिस्ट्रिया जैसे रोगों में बेहद कारगर है।

सेंटर में मदिरा, ओपियम और हैरोइन जैसे नार्कोटिक्स सब्सटेंस से एडिकेटेड लोगों के लिए विशेष थैरेपी जैसे नालट्रेक्सोन इम्पलांट्स की व्यवस्था भी है। वहीं स्मोकिंग और तंबाकू के लिए विभिन्न प्रकार पैचेस व टेबलेट्स की व्यवस्था भी है। सेंटर में स्पेशलाइजड थैरेपी के लिए क्लीनिक्स भी हैं, जिनमें चाइल्ड गाइडेंस क्लीनिक, जेरियाट्रिक क्लीनिक, एडोलसेंट क्लीनिक आदि शामिल हैं। साथ ही सेंटर में बिहेवियर थैरेपी, साइको थैरेपी, ग्रुप थैरेपी, फैमिली थैरेपी, याेगा थैरेपी आदि की भी व्यवस्था है। मरीजों की संपूर्ण शारीरिक जांचों जैसे पैथोलॉजी, एक्स-रे के अलावा ईईजी टेस्ट की भी व्यवस्था है। ईईजी टेस्ट के माध्यम से मिर्गी व हिस्ट्रिया के मरीजों की परीक्षण किया जाता है। साथ ही अन्य मानसिक रोगों के इलाज में इस टेस्ट की मदद ली जाती है।

सेंटर में मरीजों के लिए सुविधाजनक ओपीडी व बैठक व्यवस्था है, जिसमें कोविड-19 नियमों को पूरा ध्यान रखा गया है। यहां आने वाली मरीजों के लिए इंफॉर्मेशन सेंटर बनाया गया है, जहां मरीजों को पूरी जानकारी दी जाती है। सेंटर के मानसिक व मनोविकारों से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने के लिए 35 बेड्स की सुविधा भी है। साथ ही सेंटर में ट्रेनिंग, टीचिंग व रिसर्च पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां पर नर्सों, डॉक्टर्स, मेडिकल ऑफिसर्स आदि के लिए ट्रेनिंग सुविधा भी है।

इसके अलावा सेंटर में आपातकालीन साइकेट्रिस्ट चिकित्सा,  एड्स व कैंसर मरीजों के लिए परामर्श, वैवाहिक व पारिवारिक समस्याओं के लिए परामर्श, मानसिक परीक्षण, एक्यूपंचर, एक्यूप्रेशर, सीटी स्कैन, ईसीजी, यूएसजी, ईसीटी (शॉक थैरेपी), आउटडोर परीक्षण आदि सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।

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