विधानसभा में गुरुवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बीच राज्य की वित्तीय हालात पर गहमागहमी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने भूपेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार हर सेकंड 5 हजार रुपए का कर्ज ले रही है। इस पर पलटवार करते हुए सीएम बघेल ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। सीएम ने कहा कि हम छत्तीसगढ़िया हैं और इस पर हमें अभिमान है। बार-बार कर्ज लेने के आरोपों पर कहा कि हमने किसानों का कर्ज माफ करने, 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत देने और लोगों की मदद करने के लिए कर्ज लिया। स्काई वॉक बनाने, मोबाइल बांटने और नया रायपुर में जहां कोई रहने वाला नहीं था, वहां के लिए कर्ज नहीं लिया। अब कांग्रेस सरकार नया रायपुर में लोग बसें, इसलिए सीएम और मंत्रियों के बंगले बनवा रही है। इस वित्तीय वर्ष का 2387 करोड़ का दूसरा अनुपूरक बजट गुरुवार को सदन में चर्चा के बाद ध्वनि मत से पारित हो गया। अब राज्य के बजट का आकार एक लाख 9 हजार करोड़ का हो गया है। इससे पहले सीएम बघेल ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि जब तीन साल के लिए कांग्रेस की सरकार थी, तब 4000 करोड़ का बजट था, लेकिन जाते-जाते 400 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में छोड़कर गए थे। 15 साल की भाजपा सरकार ने 41 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ा। कांग्रेस की सरकार ने जो प्राथमिकताएं तय की हैं, वह जो हमारे पुरखे चाहते थे, वे सभी हैं। अब इन्हें पूरा करने के लिए सरकार को कर्ज तो लेना ही होगा। भाजपा की प्राथमिकता अलग थी। कांग्रेस की प्राथमिकता में गरीब, किसान और मजदूर हैं। उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना सरकार की प्राथमिकता है। हमारे भंवरा चलाने और गेड़ी चढ़ने पर आपको आपत्ति है, लेकिन यह हमारी संस्कृति है। हम छत्तीसगढ़िया हैं और इस पर हमें अभिमान है। गोबर श्रद्धा का विषय है। बचपन में जब गर्मी के दिनों में नाक से खून बहने लगता था तो गोबर सूंघने से वह बंद हो जाता था। इससे विपक्ष को बदबू आती होगी।
पीयूष गोयल किसान आंदोलन में व्यस्त, यहां के किसानों को भी देखें
धान खरीदी में अव्यवस्था और रकबे में कटौती के आरोपों पर सीएम ने आंकड़ों के साथ बताया कि धान बेचने वाले किसानों की संख्या ही नहीं, बल्कि रकबे में भी बढ़ोतरी हुई है। धान खरीदी का जो लक्ष्य है, वह निर्धारित समय में हासिल कर लिया जाएगा। केंद्र ने अभी तय एफसीआई को चावल लेने की अनुमति नहीं दी है। सीएम ने बताया कि इस संबंध में उनकी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से बात की, लेकिन उन्होंने कह दिया कि वे किसान आंदोलन में व्यस्त हैं, जबकि उन्हें सिर्फ दस्तखत ही करना बाकी है। उन्हें यहां के किसानों के बारे में भी सोचना चाहिए। बारदाने की कमी के संबंध में सीएम ने स्पष्ट किया कि लॉकडाउन की वजह से जूट मिलें बंद थीं, इसलिए बारदाने की कमी आई। अभी तक बारदाने की वजह से खरीदी प्रभावित नहीं हुई है। उन्होंने विपक्ष के सदस्यों से कहा कि उनके पास उपलब्ध हो तो वे बारदाना दिला लें।
हिटलर ही भाजपा के आदर्श, उन्हीं का अनुशरण करते हैं
सीएम बघेल ने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के आरोपाें पर कहा कि नागपुर में जो बैंड रखा हुआ है, वह हिटलर का दिया हुआ है। हिटलर ही आपके आदर्श हैं, उन्हीं का भाजपा के लोग अनुशरण करते हैं। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने नरवा प्रोजेक्ट के लिए सूरजपुर को प्रथम और बिलासपुर को दूसरा पुरस्कार दिया है। यह उनके समझ में नहीं आएगा। कोरोना प्रबंधन की भी केंद्र व नीति आयोग ने सराहना की है। सीएम ने कहा कि भाजपा सिर्फ अफवाह फैलाती है। गंगाजल लेकर इसलिए कसम खानी पड़ी थी क्योंकि भाजपा के आईटी सेल ने शैलेष नितिन त्रिवेदी और गिरीश देवांगन के नाम से एक फर्जी पत्र वायरल कर दिया था कि 25 सौ में धान खरीदी नहीं की जाएगी।
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