Friday, 23rd May 2025

रसोई गैस के दाम 13 दिन में ‌100 रुपए बढ़े:एक साल में दाम 70% बढ़े, दो माह में ही 2508 उपभोक्ता कम हुए, सब्सिडी भी घटी

Sat, Dec 19, 2020 7:08 PM

जिस रफ्तार से घरेलू गैस के दाम में वृद्धि हो रही है,उसके अनुसार अब गरीब परिवारों को पुनः चूल्हा जलाना पड़ सकता है। एक वर्ष के भीतर कसडोल ब्लाक में 70% दाम में वृद्धि हुई है, जबकि दिसंबर के 13 दिन 100 रुपए बढ़ गए। गैस की कीमत में वृद्धि व सब्सिडी में कमी होने से लोगों ने रीफिलिंग कराना कम कर दिया है।

अक्टूबर में 4808 लोगों ने रीफिलिंग कराई थी, जो नवंबर में कम होकर 4000 और इस बार दिसंबर में तो 2300 तक पहुंच गई। यानी दो माह माह में ही 52.16 फीसदी उपभोक्ता घट गए। पहले गैस सिलेंडर के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगती थीं, जो अब नहीं लग रही है।

वर्तमान में कसडोल में एचपी गैस की एजेंसी है, जहां अभी 783 रुपए में गैस की रीफिलिंग की जा रही है जबकि इसमें सब्सिडी मात्र 67.41 रुपए ही आ रहे हैं। इससे गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं को 716 रुपए में पड़ रहा है। कसडोल के गैस उपभोक्ता धनेश्वर प्रसाद साहू, असनीद, हेमंत कुमार साहू एवं नरधा से नरेश निषाद शुक्रवार को रीफिलिंग कराने कसडोल आए थे।

उन्होंने बताया कि जिस हिसाब से गैस के दामों में वृद्धि हो रही है उससे लगता है कि अब गैस से खाना बनाना मुश्किल हो रहा है और पुनः लौटकर चूल्हे पर खाना बनाना पड़ेगा।

दाम बढ़ने से इस माह कसडोल में 15% रीफिलिंग घटी: एजेंसी संचालक

कसडोल के कमलेश रमेश गैस एजेंसी के संचालक कमलेश ने बताया कि ये सही है कि इसी महीने दो बार दामों में वृद्धि हुई है जो हमारे वश की बात नहीं। कंपनी से जैसे रेट आते हैं उसी रेट से रीफिलिंग की जाती है।

गैस के दाम में वृद्धि होने से इस माह 15% रीफिलिंग भी कम हो गई है। गैस दुकान के कर्मचारी मनोज कोसले ने बताया कि नवंबर में गैस सिलेंडर 683 रुपए था, जो 2 दिसंबर को 733 रुपए का हो गया और 15 दिसंबर को ही 783 रुपए का हो गया, जबकि सब्सिडी तीनों दामों पर 67.41 रुपए ही उपभोक्ता के खाते में आई है।

इस तरह बढ़ते गए गैस सिलेंडर के दाम और लगातार घटती गई सब्सिडी

मई 2018 को गैस सिलेंडर की कीमत 736 रुपए थी और सब्सिडी 232 रुपए।

अक्टूबर 2018 को सिलेंडर की कीमत 972 रुपए तो सब्सिडी 456 रुपए थी।

अप्रैल 2019 को सिलेंडर की कीमत 774 रुपए तो सब्सिडी 287 रुपए थी। नवंबर 2020 को सिलेंडर की कीमत 683 रुपए तो सब्सिडी 67 रुपए थी।

2 दिसंबर 2020 को सिलेंडर की कीमत 733 रुपए थी तो सब्सिडी 67 रुपए थी।

15 दिसंबर 2020 को सिलेंडर की कीमत 783 रुपए तो सब्सिडी 67 रुपए थी।

एक साल में ही सब्सिडी 287 से 67 पर आ गई

पिछले वर्ष गैस सिलेंडर के लिए 487 रुपए लग रहे थे, इसके बाद लगातार गैस के दामों में वृद्धि होती ही जा रही है। उस समय सब्सिडी 287 रुपए आ रही थी, जो अब कम होकर 67 रुपए आ रही है। शासन एवं गैस कंपनी की क्या व्यवस्था है समझ के परे है। गैस के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है और सब्सिडी कम होती जा रही है। इन उपभोक्ताओं ने कहा कि शासन गरीबों की समस्या समझे और सब्सिडी में वृद्धि करे।

केंद्र सरकार की उज्जवला योजना तो मात्र दिखावा

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना लाकर सभी को गैस सिलेंडर तो दे दिया लेकिन अब सब्सिडी कम होने व गैस के दाम बढ़ने से रिफिलिंग करा पाने में मुश्किल हो रही है। हम सभी उपभोक्ता सब्सिडी बढ़ाने की मांग करते हैं। इसी महीने 2 दिसंबर व 15 दिसंबर को गैस के दाम में 50-50 करके 100 रुपए की वृद्धि हुई लेकिन सब्सिडी 67 रुपया ही है,जो कि गरीबों पर अत्याचार के समान है।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery