Friday, 23rd May 2025

लॉकडाउन ने बसाया घर:करियर को लेकर टाल रहे थे, लेकिन जब घर से काम करने लगे तो कर रहे शादी, दिसंबर में 2 दर्जन से अधिक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का गठबंधन

Wed, Dec 9, 2020 7:47 PM

  • 11 दिसंबर तक हैं मुहूर्त, मैक्सिको, कतर, यूएसए, फ्रांस, डेनमार्क में नौकरी
 

कोविड-19 ने प्रदेश के सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को घर बसाने की संदेश दिया है। मल्टीनेशनल कंपनियों में काम करने वाले छत्तीसगढ़ के यह युवा अभी तक कॅरियर के लिए शादी को टालते रहे। दबाव डालने पर परिजनों को किसी तरह समझाते भी रहे। लेकिन अप्रैल के बाद वर्क फ्रॉम होम में लौटे और अपने कुछ ऐसे पुराने साथियों को देखा जिनका घर बस गया है। जो भिलाई, कोरबा, रायपुर, राजनांदगांव समेत अन्य शहरों में रह गए हैं। उन्हें देखकर उन्हें भी लगा कि नौकरी लगने के कुछ साल बाद शादी हो जाती तो मेरे भी बच्चे इतने बड़े होते। यह अहसास हुआ तो लड़कियां देखी और अब शादी कर रहे हैं। भिलाईनगर सेक्टर-1 के राहुल श्रीबर्थी की 6 दिसंबर को भोपाल में शादी हो रही है। गुरुवार को उनका मेहंदी के रस्म हुए। सूरजपुर के जितेंद्र सिंह की 11 दिसंबर को शादी है। कोरबा के राजकिरण सोनी भी 9 तारीख को चांपा की लड़की के साथ गृहस्थ आश्रम में प्रवेश कर रहे हैं। भिलाई के चंदन चौबे और राहुल चौबे के लिए योग्य लड़कियों की तलाश की जा रही है।

भोपाल की सृष्टि के साथ घर बसाएंगे राहुल
सेक्टर-1 भिलाई के राहुल श्रीबर्थी ने बताया कि मैने 2012 में बीई की पढ़ाई पूरी की। फिर मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब लगी तो बेंगलुरु चला गया। वहां मैक्सिको भी गया। वहां की मल्टीनेशनल कंपनी में इन दिनों बेंगलुरू में रहते हुए सेवाएं दे रहा हूं। 2017 में एमबीए किया। परिजनों का दबाव शादी को लेकर रहा, लेकिन टालता रहा। वर्क फ्रॉम होम में आया, पुराने साथियों से मिला तो मुझे भी अपना घर बसाने की इच्छा हुई। गुरुवार को मेहंदी की रस्म हुई। 6 दिसंबर को भोपाल की सॉफ्टवेयर इंजीनियर सृष्टि के साथ शादी कर रहा हूं।

कॅरियर पर था ध्यान, 8 साल से हैदराबाद में रहा
गेवरा रोड, कोरबा निवासी राजकिरण सोनी ने बताया कि भिलाई के एक निजी कॉलेज में इलेक्ट्रानिक्स एंड टेली कम्युनिकेशन में बीई करने के बाद हैदराबाद चला गया। तब से वहीं रहा। इस दौरान कंपनी के काम से विदेश भी गया। इस दौरान परिजन शादी के लिए दबाव बनाते रहे, लेकिन किसी तरह टालता रहा। अगस्त में वर्क फ्रॉम होम में लौटा। कुछ पुराने साथियों से भी मिला। उनका बसा-बसाया घर देखा तो शादी करने की इच्छा हुई। परिजनों की सहमति से अब 9 दिसंबर को चांपा की नेहा सोनी के साथ शादी करने जा रहा हूं। 7 से रस्में शुरू होंगी।

29 और 30 दिसंबर को इनकी हुई शादी
कॅरियर के लिए शादी को टालते रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की भी शादी भी 29 और 30 दिसंबर को हुई है। यह इन दिनों राज्य प्रशासनिक सेवाएं, वन विभाग समेत अन्य विभागों में सेवाएं दे रहे हैं। इनमें कोरबा के मुकेश नेताम, बिलासपुर के अमित योगी और अनुराग कुमार, मध्यप्रदेश के ऋषभ सिंह आदि हैं। इनके साथ भिलाई के चंदन चौबे, राहुल चौबे समेत अन्य सॉफ्टवेयर इंजीनियर के परिजन अपने लड़कों के लिए योग्य लड़कियों की तलाश कर रहे हैं।

वर्क फ्रॉम होम में आया तो जीवन साथी की कमी महसूस हुई

 

सूरजपुर के जितेंद्र सिहं की शादी 11 दिसंबर को रायपुर के विनिता के साथ हो रही है। पिछले दिनों सगाई हुई है। 2012 में भिलाई के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में आईटी में बीई की डिग्री ली। कैंपस सिलेक्शन में मेरा चयन एक मल्टीनेशनल कंपनी में हो गया। तब से बेंगलुरू में रहते हुए काम कर रहा हूं। इस दौरान यूएसए भी जाना पड़ा। काम में व्यस्त रहने की वजह से शादी को टालते रहा। अगस्त में सूरजपुर वापस लौटा तब जीवन साथी की कमी महसूस हूई। परिजनों की सहमति से लड़की देखी और शादी करने जा रहा हूं।

यूएसए समेत विदेश की कंपनियों में दे रहे सेवाएं : मैक्सिको, कतर, यूएसए, फ्रांस, डेनमार्क, यूनाइटेड किंगडम (यूके), जर्मनी, साउथ अफ्रीका आदि देशों की मल्टीनेशनल कंपनियों की शहर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम कर रहे हैं। इनका अधिकांश समय पुणे, वर्धा, बेंगलुरू या हैदराबाद में बीतता है। इन दिनों यह सभी वर्क फ्रॉम होम में हैं। यानी छत्तीसगढ़ लौटे हैं। इनमें से प्रत्येक इंजीनियर की 13 से 25 लाख रुपए तक एनुअल पैकेज है।

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