देश की राजधानी दिल्ली के लोगों को आने वाले दिनों में फलों और सब्जियों के लिए अपनी जेबें ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती हैं। दरअसल, किसानों के आंदोलन के चलते कहीं चक्के थम न जाएं, इसलिए ट्रक वालों को लंबा रूट लेना पड़ रहा है। इसको देखते हुए ट्रांसपोर्टरों ने माल भाड़ा 15 से 25 पर्सेंट तक बढ़ा दिया है।
किसानों के सपोर्ट में काम बंद करेंगे ट्रांसपोर्टर
इस बीच, ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) के अध्यक्ष कुलतरन सिंह अटवाल मंगलवार को हालात बिगड़ने को लेकर आगाह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्रक वालों ने आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में मंगलवार को काम बंद रखने का फैसला किया है। अटवाल के मुताबिक ज्यादातर ट्रांसपोर्टर किसान परिवार से आते हैं। इसलिए आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में उनका खड़ा होना स्वाभाविक है।
आधी रह गई आजादपुर मंडी के सप्लायर्स की संख्या
आजादपुर मंडी के सदस्य अनिल मल्होत्रा के मुताबिक ट्रक भाड़ा बढ़ने से इलाके में फलों और सब्जियों के बड़े होलसेल सेंटर दिल्ली में ट्रेडिंग एक्टिविटी सुस्त हो सकती है। मल्होत्रा बताते हैं कि आजादपुर मंडी में माल भेजने वाले सप्लायर्स की संख्या पहले ही आधी घट गई है।
रूट 100 किलोमीटर बढ़ा, ट्रांसपोर्ट रेट 25% तक चढ़ा
मल्होत्रा कहते हैं, "ट्रांसपोर्टरों को लगभग 100 किलोमीटर ज्यादा लंबा रूट लेना पड़ रहा है, जिसके चलते ट्रांसपोर्ट रेट 15% से 25% तक बढ़ गए हैं। इसके अलावा माल की ढुलाई के लिए 9-10 टन की छोटी गाड़ियां नहीं मिल पा रही हैं, इस वजह से ट्रांसपोर्टेशन में देरी हो रही है।” उन्होंने कहा कि घाटे से बचने के लिए अंगूरों और टमाटर के ट्रेडरों और कमीशन एजेंटों को कुछ दिन लेन-देन कम रखने की सलाह दी गई है।
ढुलाई के लिए गाड़ियों की उपलब्धता 70 पर्सेंट घटी
AIMTC के महासचिव नवीन कुमार गुप्ता बताते हैं कि गाड़ियों की उपलब्धता 70 पर्सेंट घट गई है। दिल्ली बॉर्डर पर हजारों ट्रक फंसे हैं और ट्रांसपोर्टर गाड़ियां बुक नहीं कर पा रहे हैं। ट्रक कहां से आ रहे हैं और कौन सा रूट ले रहे हैं उसके हिसाब से उनको दिल्ली आने-जाने में कम से कम 100-150 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही है, इसलिए हमें माल भाड़ा बढ़ाना पड़ा है।"
सामान्य है फलों और सब्जियों की सप्लाई
हालांकि, मदर डेयरी में फलों और सब्जियों का कारोबार देखने वाले अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में दूसरे रूट से माल आ रहा है जिसके चलते भाव नहीं बढ़े हैं। मल्होत्रा ने बताया कि पंजाब से आ रहे आलू और मटर के रेट में शनिवार को 50 पर्सेंट की तेज गिरावट आई थी। सप्लाई बढ़ने, लेकिन बाहरी खरीदारों की मांग घटने से आजादपुर मंडी में आलू का भाव 10 रुपये प्रति किलो और मटर 25 रुपये प्रति किलो पर आ गया था।
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