Friday, 23rd May 2025

नहीं बर्दाश्त हुई अभद्रता:रोज घर के बाहर शराब के नशे में गाली-गलौज करता था, पड़ोसी ने फावड़ा मारकर हत्या कर दी

Mon, Dec 7, 2020 9:06 PM

  • बालोद के डौंडी लोहारा क्षेत्र की घटना, वारदात के बाद गांव से भाग निकला, फिर थाने जाकर सरेंडर किया
  • मारा गया युवक पहले भी विवाद के चलते जेल गया था, जमानत पर छूटकर आया तो फिर देने लगा गालियां
 

छत्तीसगढ़ के बालोद में रोज-रोज की गाली-गलौज से तंग आकर रविवार रात एक युवक ने अपने पड़ोसी की फावड़े से मारकर हत्या कर दी। इसके बाद गांव से भाग निकला। हालांकि कुछ देर बाद लौटा तो थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। वहीं मारा गया युवक विवाद के चलते ही पहले जेल गया था। वहां से जमानत पर छूटा तो फिर से गालियां देनी शुरू कर दी। मामला डौंडी लोहारा थाना क्षेत्र का है।

आरोपी रीकेश वारदात के बाद गांव से भाग निकला। हालांकि कुछ देर बाद लौटा तो थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया।
आरोपी रीकेश वारदात के बाद गांव से भाग निकला। हालांकि कुछ देर बाद लौटा तो थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, ग्राम कोबा निवासी रीकेश घीलेंद्र (34) का अक्सर ही शराब के नशे में अपने पड़ोसी जीवन सतनामी (42) से विवाद होता रहता था। इससे तंग आकर रीकेश ने कई बार जीवन की शिकायत भी थाने में की थी। इसके बाद भी जीवन नहीं सुधरा और फिर गाली-गलौज और मारपीट करने लगा। रीकेश की शिकायत पर पुलिस ने जीवन को गिरफ्तार कर शांति भंग में जेल भेज दिया।

गुस्से में रीकेश घर के अंदर से फावड़ा लेकर आया और वार कर दिया
जीवन जेल से जमानत पर छूटकर आया तो रविवार रात फिर रीकेश के घर के बाहर खड़े होकर गालियां देनी शुरू कर दीं। पहले तो रीकेश ने उसे समझाया, लेकिन जब जीवन नहीं माना तो गुस्से में रीकेश घर के अंदर से फावड़ा लेकर आ गया। इसके बाद जीवन पर हमला कर दिया। सिर पर फावड़े के एक के बाद एक कई वार से जीवन वहीं गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

लोग देखते रहे लेकिन युवक का गुस्से के कारण रोकने की हिम्मत नहीं की
इस दौरान शोर सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए, लेकिन रीकेश का गुस्सा देखकर रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की। वारदात के बाद रीकेश गांव से भाग निकला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रीकेश की रात को तलाश करते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चला। इसके बाद रीकेश खुद ही थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।

 

 

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery