म्यूचुअल फंड एसोसिएशन एम्फी अगले साल से 4 शेयरों को मिड कैप से उठाकर लॉर्ज कैप में डाल सकता है। जबकि 6 शेयर ऐसे हैं जिनको लॉर्ज कैप से निकाल कर मिड कैप में डाला जा सकता है। इन शेयरों में सबसे बड़ा नाम यस बैंक का है। यह घोटालों के बाद उबरा है। हालांकि इसका शेयर अभी भी 12-15 रुपए के बीच में ही चल रहा है। जबकि कभी यह 400 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
यस बैंक को एसबीआई ने बचाया
आर्थिक संकट का सामने कर रहे यस बैंक को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) द्वारा बचाने के बाद यस बैंक की आर्थिक स्थिति अब ठीक हो गई है। इसके शेयर की कीमत में मामूली स्थिरता दिखी है। अब यह शेयर मिडकैप से लॉर्ज कैप में आने की संभावना काफी बढ़ गई है। मार्केट कैप के लिहाज से यस बैंक 88 वें नंबर पर है।
5 जनवरी से नई लिस्ट जारी होगी
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) 5 जनवरी, 2021 को स्टॉक्स के कैटेगरी की नई लिस्ट जारी करेगी। ICICI Securities ने यस बैंक के साथ चार अन्य कंपनियों के स्टॉक्स को मिड कैप से लॉर्ज कैप में स्विच होने की संभावना जताई है। वहीं, 6 कंपनियां लॉर्ज कैप से लुढ़क कर मिड कैप में आ सकती हैं।
अडाणी इंटरप्राइज और पीएल इंडस्ट्रीज भी हैं लिस्ट में
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक, अडाणी इंटरप्राइज, पीएल इंडस्ट्रीज और हिंद एरोनॉटिक्स के स्टॉक्स की मिड कैप से लॉर्ज कैप में स्विच होने की संभावना है। इसी के साथ जुबिलेंट फूड भी शेयर बाजार में लॉर्ज कैप वाली कंपनियों में शामिल हो सकती है। हालांकि, इसकी संभावना थोड़ी कम है। वहीं, लॉर्ज कैप से निकल कर मिड कैप में आने वाली कंपनियों में MRF, NDMC, बैंक ऑफ बड़ौदा, युनाइटेड ब्रेवरीज, कंटेनर कॉर्पोरेशन और जनरल इंश्योरेंस शामिल हो सकती हैं।
27,600 करोड़ होना चाहिए मार्केट कैप
लॉर्ज कैप वाली कंपनियों में शामिल होने के लिए किसी भी कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन कम से कम 27,600 करोड़ रुपए होना चाहिए। मिड कैप में शामिल होने वाली कंपनियों का मार्केट कैप कम से कम 8200 करोड़ रुपए होना चाहिए। यस बैंक का औसत मार्केट कैपिटलाइजेशन 33,300 करोड़ रुपए है। ऐसे में इसे लॉर्ज कैप वाली कंपनियों में शामिल किए जाने की प्रबल संभावना है।
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