छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के 17 दिसंबर को दो साल पूरे हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते किसी बड़े आयोजन की संभावना कम है, लेकिन चंद्रखुरी स्थित कौशल्या माता मंदिर में जरूर दिवाली जैसे उत्सव की तैयारी है। वहां रामभजन की धुन के बीच पौधरोपण का कार्यक्रम होगा। खास बात यह है कि राम पथ पर उत्तर से दक्षिण तक पर्यटन और ऐतिहासिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ जुड़ेगा।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर राम वन गमन परिपथ में 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक पर्यटन रथ और बाइक रैली निकाली जाएगी। रथ और रैली राज्य के उत्तर में कोरिया स्थित सीतामढ़ी हरचैका और दक्षिण में सुकमा में स्थित रामराम छोर से 14 दिसंबर को शुरू होगी। इस दौरान चिह्नांकित पर्यटन स्थलों की मिट्टी और प्रतीक चिन्ह को साथ लेकर 17 दिसंबर की दोपहर 1.30 बजे चंद्रखुरी पहुंचेगी।
चंद्रखुरी में होगा भव्य आयोजन, CM सहित पूरी कैबिनेट हो सकती है शामिल
चंद्रखुरी माता मंदिर में भव्य कार्यक्रम की तैयारी है। अलग-अलग जगहों से लाई गई राम पथ की मिट्टी से चंद्रखुरी में पौधरोपण किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत पूरा मंत्रिमंडल उत्सव में शामिल हो सकता है। इसे लेकर CM हाउस में 8 दिसंबर को रणनीति बनेगी। वहीं कैबिनेट मंत्री रवींद्र चौबे ने बताया कि चंद्रखुरी में दिवाली जैसा उत्सव मनाने की तैयारी है।
इन स्थलों पर जाएगी बाइक रैली और पर्यटन रथ
राज्य में 14 दिसंबर को कोरिया के सीतामढ़ी हरचैका और सुकमा के रामाराम से पर्यटन रथ और बाईक रैली शुरू होगी। रामायण, प्रतीक चिन्ह लेकर पर्यटन रथ और 30 बाइक होर्डिंग्स और वाहन साउंड सिस्टम सहित रैली निकाली जाएगी। इसमें भगवान राम के आध्यात्मिक भजन और चौपाइयां चलाई जाएंगी। प्रतीक चिन्ह (मशाल, रामायण, ध्वज) को अगले बाइक रैली ग्रुप को सौंपा जाएगा।
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