इंडियन IPO मार्केट कोविड-19 के चलते पैदा हुई मुसीबतों के बावजूद इस साल गुलजार रहा है और 2021 में लगभग 30,000 करोड़ रुपये के 30 से ज्यादा पब्लिक इश्यू आने से इसकी हालत बेहतर हो जाएगी। प्राइमरी मार्केट से इस साल अब तक 17 इश्यू के जरिए 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम जुटाई जा चुकी है और कतार में ज्यादा इश्यू आ जाने के चलते पिछले कुछ महीनों से यहां गतिविधियां बढ़ गई हैं।
लॉकडाउन के बावजूद बेहतर रहा 2020
IPO मार्केट की हालत पिछले साल के मुकाबले 2020 में बेहतर रही, जो लॉकडाउन के चलते दूसरे क्वॉर्टर में पूरी तरह और तीसरे में आंशिक रूप से बंद था। जहां तक 2019 की बात है तो पिछले साल 16 इश्यू के जरिए 12,362 करोड़ जुटाए गए थे, जबकि 2018 में 30,959 करोड़ रुपये के 24 IPO आए थे।
LIC के इश्यू से 2021 बनेगा रिकॉर्ड ईयर
कल्याण ज्वैलर्स, इंडिगो पेंट्स, स्टोव क्राफ्ट, सैमी होटेल्स, एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स, न्यूरेका, मिसेज बेक्टर्स फूड और जोमैटो के इश्यू के चलते 2021 में IPO मार्केट पर कंज्यूमर कंपनियों का दबदबा होगा। अगर सरकार LIC का इश्यू ले आती है, तो IPO मार्केट के लिए 2021 रिकॉर्ड ईयर बन जाएगा क्योंकि देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी का वैल्यूएशन कई लाख करोड़ रुपये होगा।
पहले क्वॉर्टर में आएंगे ज्यादातर IPO
इन सबके बीच बड़ी बात यह है कि ज्यादातर IPO नए साल के पहले क्वॉर्टर में आने वाले हैं और बाजार के जानकारों के मुताबिक, इससे मौजूदा वित्त वर्ष का समापन अच्छे संकेतों के साथ होगा। बड़े IPO में कल्याण ज्वैलर्स का लगभग 1,750 करोड़ रुपये का इश्यू 2021 का पहला होगा और इंडिगो पेंट्स प्राइमरी मार्केट से लगभग 1,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सेकेंडरी मार्केट में पहले से ही नकदी की बाढ़ है और मेन स्टॉक इंडेक्स लाइफ टाइम हाई पर चल रहे हैं, इसलिए IPO मार्केट का मोमेंटम 2021 में बना रहेगा।
पिछले तीन साल से अच्छे IPO की बहार
कोटक इनवेस्टमेंट बैंकिंग के सीनियर एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और इक्विटी कैपिटल मार्केट्स हेड वी जयशंकर कहते हैं, “IPO मार्केट में पिछले तीन साल से अच्छे इश्यू की बहार है और इनवेस्टर्स भी उनको पूरा सपोर्ट दे रहे हैं। इस साल प्राइमरी मार्केट में एसबीआई कार्ड्स (10,355 करोड़ रुपये), यूटीआई एएमसी (2,160 करोड़ रुपये) और ग्लैंड फार्मा (6,480 करोड़ रुपये) जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज और इंडस्ट्रियल कंपनियों ने पैर रखे जबकि 2021 में कंज्यूमर फर्म्स की भीड़ लगने वाली है।
मार्केट कैप में कंज्यूमर फर्म्स का कम वेट
बाजार के जानकारों के मुताबिक इंडियन मार्केट कैप में कंज्यूमर फर्म्स का वेट सिर्फ 8 पर्सेंट है, जो दूसरे बड़े मार्केट्स के मुकाबले बहुत कम है। जयशंकर का कहना है कि इंडिया तेज ग्रोथ वाली इकनॉमी है और कंपनियों का आकार बढ़ रहा है, जिससे बाजार से पैसे जुटाने की उनकी चाहत भी बढ़ रही है। इससे इंडिया की कंज्यूमर कंपनियों में घरेलू और विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है।
सेकेंडरी मार्केट की रैली से मिला सपोर्ट
प्राइम डेटाबेस के एमडी प्रणव हल्दिया के मुताबिक, “सेकेंडरी मार्केट में तेजी के रुझान के चलते खास तौर पर दूसरी छमाही में प्राइमरी मार्केट का परफॉर्मेंस भी बेहतर रहा। 30 से ज्यादा कंपनियों के लगभग 30,000 करोड़ रुपये के IPO प्रपोजल को सेबी की मंजूरी मिली हुई है इसलिए 2021 में प्राइमरी मार्केट मजबूत बना रह सकता है।“
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